संविधान हत्या दिवस: 1975 का आपातकाल
| श्रेणी | विवरण | |----------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | निर्णय | 25 जून को संविधान हत्या दिवस (Constitution Murder Day) का वार्षिक स्मरण। | | घोषणा | भारत सरकार, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में। | | उद्देश्य | - 1975 के आपातकाल के दौरान हुए बलिदानों को सम्मानित करना। | | | - भावी पीढ़ियों को लोकतांत्रिक मूल्यों के महत्व के बारे में शिक्षित करना। | | आपातकाल की अवधि | 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 (21 महीने)। | | मुख्य घटनाएँ | - नागरिक अधिकारों का निलंबन (जैसे, भाषण की स्वतंत्रता)। | | | - प्रेस सेंसरशिप। | | | - विपक्षी नेताओं की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी। | | | - चुनावों का रद्द होना। | | | - कार्यकारी आदेशों के माध्यम से शासन। | | प्रभाव | - मौलिक अधिकारों का गंभीर रूप से हनन। | | | - प्रेस, सार्वजनिक सभाओं और व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं पर प्रतिबंध। | | 2024 का महत्व | आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को चिह्नित करता है। | | शैक्षिक उद्देश्य | संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना। | | भविष्य के लक्ष्य | - नागरिक सक्रियता और राजनीतिक जागरूकता को बढ़ावा देना। |

