सिंगापुर ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट का खिताब फिर से जीता
| श्रेणी | विवरण | |----------------------------|----------------------------------------------------------------------------------------------| | शीर्ष पासपोर्ट रैंकिंग | | | 1 स्थान | सिंगापुर: 195 देशों में वीजा-मुक्त पहुंच | | संयुक्त 2 स्थान | फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, स्पेन: 192 देशों में वीजा-मुक्त पहुंच | | संयुक्त 3 स्थान | ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, आयरलैंड, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड्स, दक्षिण कोरिया, स्वीडन: 191 देश | | 4 स्थान | यूके, बेल्जियम, डेनमार्क, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, स्विट्ज़रलैंड: 190 देश | | 8 स्थान | अमेरिका: 186 देश | | भारत की स्थिति | | | रैंक | 82वां, सेनेगल और ताजिकिस्तान के साथ बराबरी | | वीजा-मुक्त पहुंच | 58 देश | | प्रमुख परिवर्तन | | | पूर्व नेतृत्वकर्ता | यूके और अमेरिका (2014 में संयुक्त 1 स्थान) में गिरावट | | सबसे कमज़ोर पासपोर्ट | अफगानिस्तान: 26 देशों तक पहुंच | | सबसे बड़े चढ़ाव | यूएई: 62वें से 9वें स्थान पर (185 देश); चीन: 83वें से 59वें स्थान पर (85); यूक्रेन: 53वें से 30वें स्थान पर (148) | | सबसे बड़े गिराव | वेनेजुएला: 25वें से 42वें स्थान पर; यमन, नाइजीरिया, सीरिया, बांग्लादेश (86वें से 97वें स्थान पर) | | खुलापन सूचकांक | | | सबसे खुले देश | 13 छोटे द्वीपीय देश या अफ्रीकी राज्य जो सभी 198 पासपोर्ट के लिए पूरी तरह खुले हैं | | सबसे कम खुले | अफगानिस्तान, उत्तर कोरिया, तुर्कमेनिस्तान: शून्य | | पहुंच में अंतर | सबसे बड़ा नकारात्मक अंतर: सोमालिया, श्रीलंका, जिबूती, बुरुंडी, नेपाल | | सबसे कम अंतर | सिंगापुर, बहामास, मलेशिया, हांगकांग, बारबाडोस |

