जूनोटिक रोग (Zoonosis) वह प्रक्रिया है जिसमें रोगजनक (pathogens) जानवरों और मनुष्यों के बीच संचारित होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप जूनोटिक बीमारियाँ (Zoonotic Diseases) होती हैं जैसे कि रैबिज, सार्स (SARS), मर्स (MERS), और कोविड-19।
विश्व जूनोटिक दिवस (World Zoonoses Day) हर साल 6 जुलाई को मनाया जाता है, ताकि इन बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके, उनके बचाव के उपायों और संपर्क में आने पर क्या कदम उठाए जाएं, इसके बारे में जानकारी दी जा सके।
जूनोटिक बीमारियों में वृद्धि शहरीकरण (urbanization), वनों की कटाई (deforestation), और जलवायु परिवर्तन (climate change) से जुड़ी है, जो मनुष्य और वन्यजीवों के बीच इंटरएक्शन को बढ़ाती हैं।
6 जुलाई को लुई पाश्चर (Louis Pasteur) द्वारा 1885 में सफलतापूर्वक रैबिज वैक्सीन के प्रशासन की घटना को भी स्मरण किया जाता है।

