शिक्षा, कौशल और स्वास्थ्य, पोषण और परिवार नियोजन सेवाओं तक पहुंच में सही निवेश के साथ, भारत की युवा आबादी राष्ट्रीय प्रगति को बढ़ावा दे सकती है।
वैश्विक जनसंख्या और युवा सशक्तिकरण
- वैश्विक जनसंख्या: >8 अरब (2023)।
- ICPD 1994 सिद्धांत: जबरदस्ती/भेदभाव से मुक्त प्रजनन स्वास्थ्य विकल्पों का अधिकार।
- संयुक्त राष्ट्र विश्व जनसंख्या दिवस (11 जून) 2025 थीम: "युवाओं को एक निष्पक्ष, आशाजनक दुनिया में परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना।"
- भारत के युवा (UNICEF):
- 371 मिलियन 15-29 वर्ष के (दुनिया का सबसे बड़ा युवा समूह)।
- आर्थिक क्षमता: निवेश से 2030 तक GDP में $1 ट्रिलियन जुड़ सकता है।
II. भारत में चुनौतियां (NFHS-5, UNFPA 2025 रिपोर्ट)
- प्रजनन स्वास्थ्य:
- 36% महिलाओं को अनचाहे गर्भधारण का सामना करना पड़ता है; 30% के प्रजनन लक्ष्य अधूरे हैं।
- किशोर गर्भावस्था: राष्ट्रीय स्तर पर 7% (कुछ राज्यों में अधिक)।
- लैंगिक असमानता:
- बाल विवाह: 46% (2006) से घटकर 23.3% (2021) हो गया है, लेकिन अभी भी प्रचलित है।
- महिलाओं के लिए निर्णय लेने की सीमित स्वायत्तता (जैसे, गर्भनिरोधक उपयोग)।
- पहुंच अंतराल: शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और कौशल प्रशिक्षण।
III. सरकारी पहल और सर्वोत्तम प्रथाएं
| कार्यक्रम | राज्य | मुख्य प्रभाव | ध्यान केंद्रित क्षेत्र | |-------------------|---------------|---------------------------------------------|----------------------------| | | बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ | राष्ट्रव्यापी | बेहतर लिंग अनुपात, शिक्षा तक पहुंच | बालिका कल्याण | | प्रोजेक्ट उड़ान | राजस्थान | 30k बाल विवाह रोके, 15k किशोर गर्भावस्थाएं | शिक्षा छात्रवृत्ति | | अद्विका | ओडिशा | 11,000 गांवों को बाल विवाह मुक्त घोषित किया गया | सामुदायिक सशक्तिकरण | | प्रोजेक्ट मंज़िल| राजस्थान | 16,000 युवा महिलाओं को रोजगार मिला | कौशल विकास | | राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम | अखिल भारतीय | समग्र स्वास्थ्य सेवाएं | युवा स्वास्थ्य | |
IV. समाधान ढांचा (UNFPA सिफारिशें)
- अधिकार दृष्टिकोण (स्मरण):
- Rप्रजनन स्वास्थ्य सेवा पहुंच
- Iशिक्षा और कौशल में निवेश
- Gलैंगिक समानता को बढ़ावा देना
- Hोलिस्टिक मानसिक स्वास्थ्य सहायता
- Targeted आर्थिक सशक्तिकरण
- Safe गर्भपात/मातृ देखभाल

