विश्व बैंक ने भारत के निम्न-कार्बन ऊर्जा विकास के लिए $1.5 बिलियन मंजूर किए
| पहलू | विवरण | |---------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | वित्तपोषण राशि | $1.5 बिलियन | | उद्देश्य | कम-कार्बन ऊर्जा के विकास को तीव्र करना | | मुख्य फोकस क्षेत्र | हरित हाइड्रोजन बाजार, इलेक्ट्रोलाइज़र उत्पादन, नवीकरणीय ऊर्जा प्रवेश | | संरेखण | भारत का राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन और ऊर्जा संक्रमण लक्ष्य | | लक्ष्य | 2030 तक 500 GW स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता, 2070 तक कार्बन तटस्थता (नेट जीरो) | | पहला दौर वित्तपोषण | $1.5 बिलियन (जून 2023) | | अपेक्षित परिणाम | 450,000 MT हरित हाइड्रोजन/वर्ष, 1,500 MW इलेक्ट्रोलाइज़र/वर्ष, 50 MT उत्सर्जन में कमी/वर्ष | | वित्तीय संरचना | $1.46 बिलियन (IBRD ऋण), $31.5 मिलियन (IDA क्रेडिट) | | रणनीतिक महत्व | ₹17,000 करोड़ के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के साथ संरेखित, निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा | | विश्व बैंक के बयान | भारत की कम-कार्बन रणनीति, स्वच्छ ऊर्जा रोजगार और निजी क्षेत्र की रुचि का समर्थन |

