विश्व बैंक ने भारत के कम कार्बन ऊर्जा विकास के लिए $1.5 बिलियन मंजूर किए
| पहलू | विवरण | |-------------------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | अनुमोदित वित्तपोषण | $1.5 बिलियन | | उद्देश्य | भारत में कम-कार्बन ऊर्जा विकास को तेज करना | | मुख्य क्षेत्र | ग्रीन हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा, कम-कार्बन निवेश | | अपेक्षित परिणाम | - FY25/26 से प्रतिवर्ष 450,000 मीट्रिक टन ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन | | | - FY25/26 से प्रतिवर्ष 1,500 मेगावाट इलेक्ट्रोलाइज़र उत्पादन | | | - नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में वृद्धि | | | - प्रतिवर्ष 50 मिलियन टन उत्सर्जन में कमी | | वित्तपोषण स्रोत | - IBRD से $1.46 बिलियन का ऋण | | | - IDA से $31.5 मिलियन का क्रेडिट | | संरेखण | राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, भारत के NDC लक्ष्य, विश्व बैंक का H4D साझेदारी | | पिछली कार्यवाही | $1.5 बिलियन पहली कम-कार्बन ऊर्जा कार्यक्रम विकास नीति कार्यवाही (जून 2023) | | समर्थित सुधार | - ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और इलेक्ट्रोलाइज़र | | | - नवीकरणीय ऊर्जा प्रवेश (जैसे बैटरी भंडारण, ग्रिड कोड संशोधन) | | | - राष्ट्रीय कार्बन क्रेडिट बाजार का विकास | | भारत के लिए विश्व बैंक कंट्री डायरेक्टर | ऑगस्टे टानो कौआमे | | विश्व बैंक मुख्यालय | वाशिंगटन, डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका | | विश्व बैंक की स्थापना | जुलाई 1944, ब्रेटन वुड्स, न्यू हैम्पशायर, संयुक्त राज्य अमेरिका | | विश्व बैंक CFO | अंशुला कांत | | विश्व बैंक अध्यक्ष | अजय बंगा |

