विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक 2023
- विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक बैठक 15 से 19 जनवरी तक स्विट्जरलैंड के दावोस में हो रही है।
- उल्लेखनीय उपस्थित लोगों में संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेता और विभिन्न राजनीतिक हस्तियाँ शामिल हैं।
विश्व आर्थिक मंच (WEF) की शुरुआत
- वर्ष 1971 में जर्मन प्रोफेसर क्लाउस श्वाब द्वारा स्थापित, जिसे मूल रूप से यूरोपीय प्रबंधन फोरम के रूप में जाना जाता था।
- इसने "हितधारक पूंजीवाद" की अवधारणा पेश की, जिसमें सभी हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य निर्माण पर जोर दिया गया।
- इसके विस्तार के रूप में, व्यवसाय, सरकार और नागरिक समाज के नेता वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एकत्रित होते हैं।
WEF का विकास
- प्रारंभ में अमेरिकी प्रबंधन प्रथाओं के साथ जुड़ने वाली यूरोपीय कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, WEF ने 1973 में प्रमुख घटनाओं के बाद आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर अपना दायरा बढ़ाया।
- इनमें ब्रेटन वुड्स निश्चित विनिमय दर तंत्र का पतन और अरब-इजरायल युद्ध शामिल हैं।
- बाद में इसने दुनिया की अग्रणी कंपनियों के लिए सदस्यता की शुरुआत की, वैश्विक मुद्दों पर साझेदारी और चर्चा को बढ़ावा दिया।
दावोस में WEF की बैठकें
- दावोस निवेशकों, व्यापारिक नेताओं, राजनेताओं, अर्थशास्त्रियों, मशहूर हस्तियों और पत्रकारों सहित लगभग 3,000 प्रतिभागियों को एक साथ लाता है।
- पाँच दिनों और 500 सत्रों में, हितधारक विभिन्न वैश्विक सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करते हैं।
- इसे बड़े पैमाने पर $5 बिलियन से अधिक वार्षिक कारोबार वाले साझेदार निगमों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
WEF में ऐतिहासिक क्षण
- दावोस ने ऐतिहासिक बैठकों के साथ निर्णायक अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के लिए एक स्थल के रूप में कार्य किया है।
- उत्तर और दक्षिण कोरिया की पहली मंत्री स्तरीय वार्ता।
- जर्मन पुनर्मिलन पर चर्चा के लिए पूर्वी जर्मन प्रधान मंत्री और जर्मन चांसलर की बैठक।
- वर्ष 1992 में देश के राजनीतिक परिवर्तन के दौरान दक्षिण अफ़्रीकी नेताओं के बीच चर्चा।
बैठकों से परे WEF का प्रभाव
- वर्ष 1998 में, WEF ने प्रमुख विकासशील देशों को शामिल करने पर जोर दिया, जिससे G20 का गठन हुआ।
- शुरुआत में वैश्विक वित्त पर केंद्रित G20 बैठक को वैश्विक आर्थिक संकट के कारण वर्ष 2008 में शिखर सम्मेलन तक बढ़ा दिया गया था।
- WEF ने वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट और वैश्विक लैंगिक अंतर रिपोर्ट जैसी वैश्विक रैंकिंग और सूचकांक भी नियमित रूप से प्रकाशित किए।

