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उत्तर प्रदेश में ट्रांसजेंडरों के लिए राशन कार्ड अभियान

उत्तर प्रदेश में ट्रांसजेंडरों के लिए राशन कार्ड अभियान
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उत्तर प्रदेश में ट्रांसजेंडरों के लिए राशन कार्ड अभियान

| श्रेणी | विवरण | |-----------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्रांसजेंडर नागरिकों को राशन कार्ड जारी करने के लिए विशेष अभियान की घोषणा की। | | कानून | राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) 2013 | | उद्देश्य | खाद्य और पोषण सुरक्षा प्रदान करना, एक सम्मानित जीवन के लिए किफायती भोजन सुनिश्चित करना। | | दायरा | लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (TPDS) के तहत रियायती खाद्यान्न के लिए 75% ग्रामीण और 50% शहरी आबादी पात्र। | | पात्रता | प्राथमिकता वाले परिवार और अंत्योदय अन्न योजना के अंतर्गत आने वाले घर। | | प्रावधान | प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो खाद्यान्न; चावल, गेहूं और मोटे अनाज रियायती दरों पर। | | विशेष प्रावधान | अंत्योदय अन्न योजना के लाभार्थियों के लिए प्रति परिवार प्रति माह 35 किलो खाद्यान्न; कम से कम 6000 रुपये के मातृत्व लाभ। | | पहल का कारण | उत्तर प्रदेश ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड की रिपोर्ट में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए खाद्य सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं के अभाव पर प्रकाश डाला गया है। | | सरकारी निर्देश | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड वितरण में सरलता, गति और पारदर्शिता का निर्देश दिया है। | | लक्ष्य | राज्य के 'शून्य गरीबी' कार्यक्रम के शुभारंभ से पहले ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को पहचानना और राशन कार्ड जारी करना। | | प्रभाव | सामाजिक समावेश को बढ़ावा देता है, समान अधिकार और गरिमा सुनिश्चित करता है, खाद्य सुरक्षा के माध्यम से आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है और कल्याणकारी योजनाओं को अधिक प्रभावी बनाता है। |

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