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मणिपुर विश्वविद्यालय और एनएचआरसी ने मानवाधिकार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया

मणिपुर विश्वविद्यालय और एनएचआरसी ने मानवाधिकार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया
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मणिपुर विश्वविद्यालय और एनएचआरसी ने मानवाधिकार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया

| कार्यक्रम | विवरण | | --- | --- | | कार्यक्रम का नाम | भारत में मानवाधिकार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम | | आयोजक | मणिपुर विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के सहयोग से | | तिथि | 30 अगस्त 2024 | | स्थान | कोर्ट हॉल, मणिपुर विश्वविद्यालय | | प्रतिभागी | 100 से अधिक कानूनी विशेषज्ञ, शिक्षाविद, मानवाधिकार कार्यकर्ता और छात्र | | समापन भाषण | एनएचआरसी के महासचिव श्री भरत लाल द्वारा दिया गया | | मुख्य विषय | प्रस्तावना, मौलिक अधिकार, राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत, अनुच्छेद 32, नागरिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक-आर्थिक अधिकार | | एनएचआरसी की पहल | गुवाहाटी में हाल ही में आयोजित कैंप बैठक में मणिपुर के 25 मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों पर चर्चा की गई | | कार्यक्रम सत्र | - प्रो. रमेशचंद्र बोरपत्रगोहाइन: मानवाधिकार के सिद्धांत और अभ्यास का अवलोकन<br>- डॉ. एन. प्रमोद सिंह: भारत में मानवाधिकार संस्थानों की भूमिका<br>- माननीय न्यायमूर्ति ख. नोबिन सिंह: मानवाधिकार और आपराधिक न्याय प्रणाली का संबंध<br>- श्री केशम प्रदीपकुमार: मणिपुर में बाल अधिकारों की चुनौतियाँ<br>- श्रीमती सोबिता मंगसताबम: लैंगिक न्याय में गैर-सरकारी संगठनों की भूमिका<br>- श्री मेइहौबम राकेश: गिरफ्तारी और निरोध पर संवैधानिक सुरक्षा<br>- श्री रिंकू खुमुकचम: मानवाधिकार को बढ़ावा देने और सुरक्षित करने में मीडिया की भूमिका | | प्रतिबद्धता | पूर्वोत्तर में मानवाधिकार शिक्षा और वकालत को आगे बढ़ाना; केंद्र और राज्य सरकारों, शैक्षणिक संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ साझेदारी |

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