चागोस द्वीप समूह को मॉरीशस को सौंपने पर यूके सहमत, भारत ने किया स्वागत
| पहलू | विवरण | |----------------------|------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | यूके द्वारा चागोस द्वीप समूह की संप्रभुता मॉरीशस को हस्तांतरित | | तिथि | 22 मई, 2025 | | मुख्य स्थान | चागोस द्वीपसमूह, जिसमें डिएगो गार्सिया शामिल है | | समझौते के मुख्य अंश | - यूके ने मॉरीशस को संप्रभुता सौंपी। <br> - यूके ने डिएगो गार्सिया के लिए सुरक्षा जिम्मेदारी बरकरार रखी। | | अंतर्राष्ट्रीय समर्थन | संयुक्त राष्ट्र महासभा और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) द्वारा समर्थित। | | पृष्ठभूमि | - चागोस को 1965 में मॉरीशस से अलग किया गया था। <br> - डिएगो गार्सिया में एक यूके-यूएस सैन्य अड्डा है। | | आईसीजे का फैसला | 2019 की सलाहकार राय में चागोस के यूके के प्रशासन को गैरकानूनी घोषित किया गया। | | भारत की प्रतिक्रिया | - निर्णय का स्वागत किया। <br> - मॉरीशस की संप्रभुता के लिए समर्थन की पुष्टि की। <br> - समुद्री सुरक्षा और हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया। |

