TDB और FNDR को इनोवेटिव एंटीबायोटिक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट हेतु 75 लाख रूपये का अनुदान
- स्वास्थ्य सेवा नवाचार को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से एक अभिनव पहल में, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड ने "ANAGRANINF" परियोजना के लिए ₹75 लाख का अनुदान स्वीकृत किया है।
- यह ग्रामनेगेटिव जीवाणु-संक्रमण के विरुद्ध एंटीबायोटिक दवाओं की एक नवीन श्रेणी का विकास है।
बैक्टीरिया से रक्षा हेतु नया एंटीबायोटिक
- इस परियोजना का लक्ष्य ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया से होने वाले गंभीर संक्रमण से निपटने के लिए एक नए प्रकार का एंटीबायोटिक विकसित करना है।
- इन बैक्टीरिया से इलाज करना विशेष रूप से कठिन होता है क्योंकि उनके पास दवाओं का विरोध करने के कई तरीके होते हैं।
ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया
- उनकी कोशिका भित्ति की संरचना अन्य बैक्टीरिया की तुलना में भिन्न होती है, जिससे उन्हें एंटीबायोटिक दवाओं से मारना कठिन हो जाता है।
- ये नई दवाओं के प्रति तेजी से प्रतिरोध विकसित कर सकते हैं और इस प्रतिरोध को अन्य बैक्टीरिया के साथ शेयर कर सकते हैं।
- ये बैक्टीरिया निमोनिया, रक्तप्रवाह संक्रमण और सर्जिकल साइट संक्रमण जैसे गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
परियोजना का लक्ष्य
- एक नई दवा (एंटीबायोटिक) विकसित करें जो ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया में एक विशिष्ट एंजाइम (फैबी) को लक्षित कर सके।
- यह नई दवा इन मुश्किल इलाज वाले संक्रमणों के खिलाफ प्रभावी होगी।
परियोजना का वित्तपोषणकर्ता
- प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (TDB) एक सरकारी एजेंसी है जो भारत में नई प्रौद्योगिकियों के विकास का समर्थन करती है।
- TDB अनुसंधान परियोजनाओं को वित्त पोषित करता है और कंपनियों को बाजार में नई तकनीक लाने में मदद करता है।
प्रीलिम्स टेकअवे
- ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया
- दवा-प्रतिरोधी बैक्टीरिया

