टाटा पावर और DGPC का भूटान में 5,000 MW स्वच्छ ऊर्जा प्रोजेक्ट
| श्रेणी | विवरण | |---------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------| | खबरों में क्यों? | टाटा पावर और द्रुक ग्रीन पावर कॉर्पोरेशन (DGPC) भूटान में 5,000 MW स्वच्छ ऊर्जा विकसित करेंगे। | | मुख्य ध्यान क्षेत्र | 4,500 MW जलविद्युत, 500 MW सौर ऊर्जा | | प्रमुख जलविद्युत परियोजनाएं | - डोर्जिलुंग हाइड्रो (1,125 MW) - गोंगरी जलाशय (740 MW) - जेरी पंप्ड स्टोरेज (1,800 MW) - चमखरचु IV (364 MW) | | सौर ऊर्जा परियोजनाएं | टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) 500 MW विकसित करेगा | | भूटान की ऊर्जा दृष्टि | 2040 तक बिजली उत्पादन क्षमता 25,000 MW करने, ऊर्जा पोर्टफोलियो विविधीकरण (सौर, भूतापीय) का लक्ष्य। | | सामरिक लाभ | - भरोसेमंद स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति - आर्थिक विकास - क्षेत्रीय ऊर्जा एकीकरण को मजबूत करना। | | क्षेत्रीय प्रभाव | - भारत के नवीकरणीय ऊर्जा प्रयासों को पूरक - भूटान और क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा। |

