टाटा एल्क्सी और गरुड़ एयरोस्पेस UAV तकनीक के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेंगे
| विषय | मुख्य बिंदु | | --- | --- | | चर्चा में क्यों? | एयरो इंडिया 2025 में टाटा एल्क्सी और गरुड़ एयरोस्पेस ने UAV (ड्रोन) के डिजाइन, इंजीनियरिंग और प्रमाणन के लिए एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह पहल मेक इन इंडिया के तहत रक्षा, कृषि और स्मार्ट सिटी के लिए स्वदेशी ड्रोन प्रौद्योगिकी विकसित करने को लक्षित करती है। AI, ML और उन्नत एनालिटिक्स के एकीकरण से दक्षता बढ़ाने और लागत कम करने का उद्देश्य है। | | भागीदार कंपनियाँ | टाटा एल्क्सी (एवियोनिक्स, डिजाइन, परीक्षण, प्रमाणन) और गरुड़ एयरोस्पेस (OEM, व्यवसाय अधिग्रहण, वितरण)। | | मुख्य प्रौद्योगिकियाँ | AI, ML, डिजिटल ट्विन टेक्नोलॉजी, उन्नत प्रोपल्शन, ऊर्जा अनुकूलन। | | प्रभाव | ऊर्जा खपत में 20% की कमी, 20% से अधिक लागत बचत, और UAV विकास चक्र में छह महीने तक की तेजी। | | अनुप्रयोग | रक्षा (ISR मिशन), कृषि (सटीक खेती), स्मार्ट सिटी, लॉजिस्टिक्स (माल वितरण, पेलोड प्रबंधन)। | | मुख्य लाभार्थी | भारतीय सशस्त्र बल, सीमा सुरक्षा बल (BSF), एयरोस्पेस कार्यबल। | | विनियामक अनुपालन | एवियोनिक्स प्रमाणन के लिए वैश्विक मानक DO-254 और DO-178C। | | मेक इन इंडिया पहल | 2014 में घरेलू विनिर्माण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई। |

