राजस्थान में कररा रोग का प्रसार
| विषय | विवरण | |------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------| | समाचार घटना | राजस्थान में कर्रा रोग का प्रसार | | मुख्य स्थान | जैसलमेर, बाड़मेर, बालोतरा और फलोदी जिले (पश्चिमी राजस्थान) | | मुख्य व्यक्ति | राजस्थान के पशुपालन मंत्री ने इस मुद्दे को हल करने के लिए एक बैठक आयोजित की। | | कर्रा रोग के बारे में | हरे चारे, कैल्शियम और फॉस्फोरस की कमी के कारण होता है। पशु मृत पशुओं की हड्डियाँ खाते हैं, जिससे बोटुलिज़्म संक्रमण होता है। | | लक्षण | मुँह से लार गिरना, अगले पैरों में अकड़न, लकवा, और जीभ बाहर लटकना। | | मृतक | जैसलमेर में 36 पशुओं की मृत्यु और फलोदी में 2 पशुओं की मृत्यु। | | रोकथाम | पोषक तत्वों से भरपूर भोजन दें और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। | | उद्देश्य | रोग के प्रसार को रोकना, पशुपालकों के बीच जागरूकता फैलाना और चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित करना। |

