दक्षिण कोरिया ने परमाणु संलयन रिएक्टर से नया विश्व रिकॉर्ड बनाया
| पहलू | विवरण | |---------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | घटना | दक्षिण कोरियाई वैज्ञानिकों ने नाभिकीय संलयन अनुसंधान में एक नई विश्व रिकॉर्ड स्थापित की। | | उपयोग किया गया यंत्र | कोरिया सुपरकंडक्टिंग टोकामक एडवांस्ड रिसर्च (KSTAR)। | | मुख्य उपलब्धि | 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस के प्लाज्मा तापमान को उत्पन्न किया। | | अवधि | 48 सेकंड। | | समय सीमा | दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 तक। | | सूर्य के केंद्र से तुलना | सूर्य के केंद्र (15 मिलियन डिग्री सेल्सियस) से सात गुना अधिक गर्म। | | नाभिकीय संलयन का लक्ष्य | सूर्य की प्रतिक्रिया को दोहराकर असीमित, कार्बन-मुक्त ऊर्जा का उत्पादन करना। | | प्रयुक्त प्रौद्योगिकी | टोकामक रिएक्टर (डोनट के आकार का)। | | मुख्य नवाचार | डायवर्टर्स में कार्बन के बजाय टंगस्टन का उपयोग। |

