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भारत में रोजगार वृद्धि (2016-17 से 2022-23)

भारत में रोजगार वृद्धि (2016-17 से 2022-23)
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भारत में रोजगार वृद्धि (2016-17 से 2022-23)

| सारांश/स्थिर | विवरण | |--------------------|----------------| | खबरों में क्यों? | भारत ने पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय रोजगार वृद्धि देखी है। 2016-17 और 2022-23 के बीच लगभग 36% की वृद्धि, जिसमें लगभग 17 मिलियन नौकरियां जुड़ी हैं। यह वृद्धि बिना रोजगार के विकास की धारणा को खारिज करती है। | | रोजगार वृद्धि | (2016-17 से 2022-23) 36% की वृद्धि, लगभग 17 मिलियन नौकरियां जुड़ी। | | जीडीपी वृद्धि (2016-17 से 2022-23) | 6.5% की औसत सालाना वृद्धि। | | कार्यशील जनसंख्या अनुपात (WPR) | 2017 से 2023 के बीच 9 प्रतिशत अंक (26%) की वृद्धि। | | युवा बेरोजगारी (2017-18 से 2022-23) | 17.8% से घटकर 10%। | | महिला कार्यबल की भागीदारी | सहायक नीतियों के कारण लगातार वृद्धि। | | क्षेत्रीय रोजगार कृषि | 45% कार्यबल। धीरे-धीरे विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की ओर बढ़ाव। | | विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि | FY18-FY22 के बीच 100 से अधिक कर्मचारियों वाले कारखानों में 11.8% की वृद्धि। | | मजदूरी वृद्धि (FY15-FY22) | ग्रामीण मजदूरी: 6.9% CAGR, शहरी मजदूरी: 6.1% CAGR। | | गिग इकोनॉमी की वृद्धि | 2029-30 तक 2.35 करोड़ कर्मचारियों को रोजगार देने का अनुमान। | | रोजगार लोच (2017-23) | मूल्य वृद्धि में प्रत्येक 1% वृद्धि के लिए 1.11% नौकरियों में वृद्धि। | | EPFO पेरोल वृद्धि | FY19 में 61.1 लाख से FY24 में 131.5 लाख तक सालाना शुद्ध पेरोल में दोगुनी से अधिक वृद्धि। | | बेरोजगारी दर (2022-23) | घटकर 3.2%। |

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