शिल्प समागम मेला 2024 और TULIP प्लेटफॉर्म का उद्घाटन
| सारांश/स्थिर | विवरण | | --- | --- | | समाचार में क्यों? | केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने शिल्प समागम मेला 2024 का उद्घाटन किया और TULIP प्लेटफॉर्म लॉन्च किया! | | आयोजक | राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम (NSFDC), राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम (NBCDFC), राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त और विकास निगम (NSKFDC)। | | लॉन्च की गई प्रमुख पहल | TULIP (पारंपरिक कारीगरों का उत्थान और आजीविका कार्यक्रम): एक डिजिटल ई-मार्केटिंग प्लेटफॉर्म जो वंचित कारीगरों (अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, सफाई कर्मचारी और दिव्यांग व्यक्तियों) को वैश्विक प्रदर्शन और बिक्री के लिए एक मंच प्रदान करता है। | | रंग परिधान कार्यक्रम | कारीगरों द्वारा बनाए गए यूनिफॉर्म का प्रदर्शन; मंत्रालय की निगमें इन कारीगरों द्वारा बनाए गए यूनिफॉर्म को अपनाएंगी, जो सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं। | | लॉन्च किए गए पोर्टल | PM-SURAKSHA पोर्टल: लक्षित समूहों को सब्सिडी वाले ऋण योजनाओं तक पहुँचने में सक्षम बनाता है। PM-DAKSH पोर्टल: वंचित समुदायों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करता है। | | अन्य पहल | *विश्वास! योजना: अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और सफाई कर्मचारियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। *नमस्ते! योजना: सफाई कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। | | *लाभार्थी! एरीज़ (ऋण सहायता) | लगभग 5.6 मिलियन व्यक्ति और उनके परिवार। | | कौशल प्रशिक्षण प्राप्तकर्ता | 614,000 युवा व्यक्ति। | | *विपणन अवसर प्रदान किए गए व्यक्ति! एरीज़ | 1 लाख से अधिक। | | मेले का विवरण | तिथियाँ: 5 से 15 नवंबर। | | *स्टॉल! एरीज़ | 16 राज्यों के पारंपरिक शिल्पों का प्रदर्शन करने वाले 105 स्टॉल। | | प्रदर्शित शिल्प | धातु कार्य, लकड़ी की कलाकृतियाँ, बेंत और बांस के उत्पाद, मिट्टी के बर्तन, हथकरघा उत्पाद, चमड़े के सामान और वस्त्र। | | सांस्कृतिक कार्यक्रम | भारत की परंपराओं और कलात्मक अभिव्यक्तियों का जश्न मनाने के लिए प्रत्येक शाम रंगीन सांस्कृतिक प्रदर्शन होंगे। |

