सरस आजीविका मेला 2024: महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था
| विषय | विवरण | |--------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम का नाम | सरस आजीविका मेला 2024 | | स्थान | गुरुग्राम | | आयोजक | राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान और पंचायती राज | | उद्देश्य | ग्रामीण कारीगरों और स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं को अपने उत्पादों को प्रदर्शित और बेचने के लिए एक मंच प्रदान करना, जिससे महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिले। | | प्रदर्शित उत्पाद | हस्तशिल्प, हथकरघा, जैविक उत्पाद और पारंपरिक खाद्य पदार्थ | | संबद्ध पहल | दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डे-एनआरएलएम) | | सरकारी दृष्टिकोण | आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल | | डे-एनआरएलएम की मुख्य विशेषताएँ | - 2011 में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई<br>- बहुविध आजीविका और वित्तीय सेवाओं तक बेहतर पहुँच के माध्यम से ग्रामीण गरीबी को समाप्त करना<br>- ग्रामीण परिवारों को स्वयं सहायता समूहों में संगठित करना, प्रशिक्षण और वित्तीय संसाधनों तक पहुँच प्रदान करना<br>- उप-कार्यक्रमों में एमकेएसपी, एसवीईपी, एजीईवाई, डीडीयूजीकेवाई और आरएसईटीआई शामिल हैं | | डे-एनआरएलएम के उप-कार्यक्रम | - महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना (एमकेएसपी)<br>- स्टार्ट-अप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम (एसवीईपी)<br>- आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना (एजीईवाई)<br>- दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना (डीडीयूजीकेवाई)<br>- ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) |

