सचिन चतुर्वेदी नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त
| पहलू | विवरण | |-------------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | सचिन चतुर्वेदी नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त हुए | | तिथि | 21 मई 2025 | | स्थापना | 427 ईस्वी में गुप्त सम्राट कुमारगुप्त द्वारा बिहार में स्थापित | | ऐतिहासिक महत्व | 800 वर्षों तक समृद्ध, हर्षवर्धन और पाल वंश के अधीन प्रमुख | | उल्लेखनीय आगंतुक | ह्वेनसांग (७वीं शताब्दी), इत्सिंग (670 ईस्वी) | | विद्वान | नागार्जुन, आर्यभट्ट, धर्मकीर्ति | | आक्रमण और पतन | हूणों (5वीं शताब्दी), गौड़ों (7वीं शताब्दी), बख्तियार खिलजी (1193 ईस्वी) द्वारा आक्रमण | | पुनः खोज | 19वीं शताब्दी में फ्रांसिस बुकानन-हैमिल्टन और सर अलेक्जेंडर कनिंघम द्वारा पुनः खोज | | पुनरुद्धार प्रयास | पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, सिंगापुर सरकार, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के नेताओं द्वारा समर्थित | | कानूनी ढांचा | नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम 2010 में पारित | | कैंपस स्थान | बिहार में प्राचीन खंडहरों के पास 455 एकड़ का क्षेत्र | | कैंपस डिजाइन | बी.वी. दोशी द्वारा डिजाइन, सौर ऊर्जा, जल शोधन और पुनर्चक्रण प्रणाली के साथ नेट जीरो ग्रीन कैंपस | | शैक्षणिक कार्यक्रम | बौद्ध अध्ययन, ऐतिहासिक अध्ययन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण अध्ययन, अंतर्राष्ट्रीय संबंध में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम | | यूनेस्को मान्यता | खंडहरों को 2016 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया |

