आरबीआई सर्वेक्षण 2023-24: भारत के प्रेषण रुझान में बदलाव
| पहलू | विवरण | |----------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | सर्वेक्षण | भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा भारत के प्रेषण सर्वेक्षण (2023-24) का छठा दौर आयोजित किया गया। | | मुख्य प्रवृत्ति | विकसित अर्थव्यवस्थाओं से प्रेषण खाड़ी देशों से आने वाले प्रेषणों से आगे निकल गया। | | शीर्ष स्रोत देश | संयुक्त राज्य अमेरिका (US) कुल प्रेषणों का 27.7% योगदान देता है। | | दूसरा स्रोत देश | संयुक्त अरब अमीरात (UAE) कुल प्रेषणों का 19.2% हिस्सा रखता है। | | अन्य प्रमुख योगदानकर्ता | यूके, सिंगापुर, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया मिलकर 50% से अधिक योगदान देते हैं। | | जीसीसी देशों का हिस्सा | 2023-24 में 37.9%, जो 2016-17 के 46.7% से कम है। | | यूएई प्रवासी केंद्र | निर्माण, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन आदि में भारतीय श्रमिकों का सबसे बड़ा केंद्र। | | अमेरिका प्रवास | 78% भारतीय प्रवासी उच्च कुशल पेशेवर हैं। | | शीर्ष प्रेषण प्राप्तकर्ता राज्य | महाराष्ट्र (20.5% हिस्सा), केरल को पीछे छोड़ते हुए। | | केरल की स्थिति | दूसरा स्थान, जिसका हिस्सा 19% (2016-17) से घटकर 20.5% (2023-24) हो गया। | | तमिलनाडु का हिस्सा | 8% (2016-17) से बढ़कर 10.4% (2023-24) हो गया। | | वैश्विक प्रेषण हिस्सा | भारत का हिस्सा 11% (2001) से बढ़कर 14% (2024) हो गया। | | अनुमानित प्रेषण | 2029 तक $160 अरब तक पहुंचने की उम्मीद है। | | डिजिटल हस्तांतरण | 2023-24 में 73.5% प्रेषण डिजिटल चैनलों के माध्यम से प्राप्त हुए। |

