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आरबीआई ने यूपीआई लाइट सीमा बढ़ाई

आरबीआई ने यूपीआई लाइट सीमा बढ़ाई
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आरबीआई ने यूपीआई लाइट सीमा बढ़ाई

| श्रेणी | विवरण | |-----------------------------|------------------------------------------------------------------------------| | क्यों है चर्चा में | डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए RBI ने UPI Lite वॉलेट और प्रति-लेनदेन की सीमा बढ़ाई है। | | घोषणा की तिथि | 9 अक्टूबर, 2024 (RBI मौद्रिक नीति समिति की बैठक) | | वॉलेट सीमा में वृद्धि | ₹5,000 (पहले ₹2,000) | | प्रति-लेनदेन की सीमा | ₹1,000 (पहले ₹500) | | धनराशि पुनर्भरण प्रक्रिया | ऑनलाइन मोड के साथ अतिरिक्त कारक प्रमाणीकरण (AFA) | | UPI Lite कार्यक्षमता | इंटरनेट या दूरसंचार कनेक्टिविटी के बिना छोटे मूल्य के ऑफलाइन लेनदेन सक्षम करता है। | | लेनदेन सूचनाएं | वास्तविक समय में नहीं भेजी जातीं। | | UPI Lite अपनाया जाना | सीमित इंटरनेट पहुंच वाले क्षेत्रों में इसके उपयोग में वृद्धि की उम्मीद है। | | UPI का अंतर्राष्ट्रीय विस्तार | सेवाएं श्रीलंका, मॉरीशस, यूएई, सिंगापुर, भूटान और नेपाल में सक्रिय हैं। | | अंतर्राष्ट्रीय चर्चाएं | अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के 20 देशों के साथ चल रही हैं। | | UPI लेनदेन डेटा (नवंबर 2024) | 15.48 अरब लेनदेन जिनका मूल्य ₹21.55 लाख करोड़ है (अक्टूबर 2024 की तुलना में लेनदेन की मात्रा में 6.6% की कमी, मूल्य में 8.3% की कमी) | | UPI लेनदेन डेटा (अक्टूबर 2024) | 16.58 अरब लेनदेन जिनका मूल्य ₹23.50 लाख करोड़ है। |

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