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आरबीआई का नया चेक ट्रंकेशन सिस्टम और वित्तीय उपाय

आरबीआई का नया चेक ट्रंकेशन सिस्टम और वित्तीय उपाय
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आरबीआई का नया चेक ट्रंकेशन सिस्टम और वित्तीय उपाय

| मुख्य बिंदु | विवरण | |--------------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | चेक ट्रंकेशन सिस्टम (सीटीएस) | बैच प्रोसेसिंग से निरंतर क्लीयरिंग और ऑन-रियलाइजेशन-सेटलमेंट की ओर संक्रमण। चेक्स को स्कैन किया जाएगा, प्रस्तुत किया जाएगा और व्यावसायिक घंटों के दौरान कुछ घंटों में पास किया जाएगा। क्लीयरिंग चक्र T+1 दिनों से घटाकर कुछ घंटों में कर दिया गया है। | | डिजिटल लेंडिंग ऐप्स का सार्वजनिक रिपॉजिटरी | आरबीआई की वेबसाइट पर डिजिटल लेंडिंग ऐप्स (डीएलए) का एक सार्वजनिक रिपॉजिटरी बनाया जाएगा। लेंडर्स सीधे डेटा सबमिट करेंगे, जिसे नए डीएलए जोड़े जाने या मौजूदा डीएलए हटाए जाने पर अपडेट किया जाएगा। | | डिजिटल लेंडिंग पर दिशानिर्देश | 2 सितंबर, 2022 को जारी दिशानिर्देशों में ग्राहक हितों, डेटा गोपनीयता को सुरक्षित करने और ब्याज दरों, रिकवरी प्रथाओं और गलत बिक्री की चिंताओं को दूर करने का प्रावधान है। | | फोर्टनाइटली क्रेडिट स्कोर | क्रेडिट ब्यूरो अब महीने के बजाय फोर्टनाइट (15 दिन) में क्रेडिट जानकारी प्रदान करेगा, जिससे उधारकर्ता के ऋण स्थिति की अद्यतन जानकारी मिलेगी। इससे उधारकर्ता और लेंडर्स दोनों को फायदा होगा। | | टैक्स भुगतान के लिए यूपीआई लिमिट | टैक्स फाइलिंग के लिए यूपीआई भुगतान सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रतिदिन कर दी गई है। अन्य भुगतानों के लिए मौजूदा दैनिक सीमा ज्यों की त्यों रहेगी। |

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