राजस्थान ने तमिलनाडु के नर्सरी मॉडल को अपनाया
| पहलू | विवरण | |--------------------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------| | खबर में क्यों? | राजस्थान के कृषि केंद्र तमिलनाडु के नर्सरी मॉडल का अध्ययन करेंगे, ताकि यहाँ की मूल प्रजाति के पेड़ों को बढ़ावा दिया जा सके। | | तमिलनाडु का नर्सरी मॉडल | ग्रीन तमिलनाडु मिशन का हिस्सा; मूल प्रजाति के पेड़ लगाने को बढ़ावा; पौधों की ऑनलाइन बिक्री के लिए प्लेटफॉर्म। | | सचिव का दौरा | कृषि एवं उद्यानिकी सचिव ने राजस्थान के बीज निगम, जैतून और अनार केंद्रों का दौरा किया। किसानों की आय में वृद्धि और उच्च क्षमता वाले संचालन की सराहना की। | | सिफारिशें | सिंचाई के लिए वर्षा जल संचयन पर जोर; माइक्रो-सिंचाई और मल्चिंग जैसे जल संरक्षण तकनीकों पर ध्यान। | | ढींढोल में आधुनिक बुनियादी ढांचा | ग्रीनहाउस, शेड हाउस, नर्सरी ब्लॉक्स, मदर ट्री ब्लॉक्स, स्वचालन इकाइयाँ शामिल; बागवानी, ग्रेडिंग, पैकिंग और तकनीकी हस्तांतरण का समर्थन। | | ग्रीन तमिलनाडु मिशन | वन और वृक्ष आच्छादन बढ़ाने का लक्ष्य सहित; 73 लाख पौधे तैयार किए; 260 नर्सरियां स्थापित; राज्य और जिला हरित गठानों का गठन; ई-नर्सरी पोर्टल लॉन्च किया गया। |

