राजस्थान सरकार कोचिंग छात्रों के लिए आत्महत्या रोकथाम बिल लाएगी
| पहलू | विवरण | |----------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | राजस्थान सरकार कोचिंग छात्रों के लिए आत्महत्यारोधी विधेयक लाएगी | | खबरों में क्यों? | राजस्थान सरकार ने कोचिंग छात्रों के लिए आत्महत्यारोधी विधेयक लाने की योजना बनाई है, जो कोटा में आत्महत्या के बढ़ते मामलों के कारण प्रेरित है। राजस्थान हाई कोर्ट ने इस मुद्दे पर स्वतः संज्ञान लिया। | | मुख्य बिंदु | - कोटा में आत्महत्या के बढ़ते मामले: 2025 में 6 कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या की; पिछले एक दशक में 127 मामले, जिनमें 2023 में 26 और 2024 में 17 मामले शामिल हैं। <br> - कोटा की प्रतिष्ठा पर प्रभाव: संकट के कारण छात्रों के नामांकन में गिरावट। <br> - मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता: मौजूदा उपायों की अपर्याप्तता, मजबूत मानसिक स्वास्थ्य सहायता और तनाव प्रबंधन रणनीतियों की आवश्यकता को उजागर करती है। | | स्वतः संज्ञान | न्यायालय द्वारा स्वतः संज्ञान, जो मीडिया या तीसरे पक्ष की जानकारी पर आधारित होता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 और 226 सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों में जनहित याचिका (PIL) के माध्यम से न्यायिक सक्रियता को दर्शाते हैं। | | अन्य पहल | - राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (NMHP): जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (DMHP) 738 जिलों में लागू। <br> - राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम: 2022 में लॉन्च; 34 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 46 टेली मानस सेल स्थापित, जिन्होंने 500,000 से अधिक कॉल संभाले। <br> - किरण हेल्पलाइन: सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 24/7 टोल-फ्री हेल्पलाइन, मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए। |

