राजस्थान: सोलर ऊर्जा का केंद्र बनने की ओर
| पहलू | विवरण | |------------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | समाचार | राजस्थान में व्यापार और उद्योग संगठनों ने सरकार से आग्रह किया है कि वह राज्य को सौर पैनल निर्माण का केंद्र स्थापित करे। | | वर्तमान स्थिति | राजस्थान भारत के शीर्ष सौर ऊर्जा उत्पादक राज्यों में से एक है। | | बिजली की मांग | हर साल 8 से 10% की दर से बढ़ रही है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक कुल बिजली खपत का 43% सौर ऊर्जा से प्राप्त करना है। | | सौर ऊर्जा क्षमता | 2023 में, राज्य में 15,195.12 मेगावॉट (Mw) की कुल क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए गए। | | FORTI की सिफारिश | राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री फेडरेशन (FORTI) ने सुझाव दिया है कि राज्य सरकार को सौर पैनल निर्माण को प्रोत्साहित करना चाहिए। | | सौर PV प्रौद्योगिकी | फोटोवोल्टाइक प्रभाव के माध्यम से सूर्य के प्रकाश को सीधे बिजली में परिवर्तित करती है। | | अवयव | PV सेल अर्धचालक पदार्थों, जैसे सिलिकॉन से बने होते हैं। | | अनुप्रयोग | छोटे छत सौर संस्थापन, सौर पंप, ऑफ-ग्रिड प्रकाश प्रणाली, और बड़े यूटिलिटी-स्केल सौर ऊर्जा संयंत्र। | | लागत और रखरखाव | PV प्रणालियों की लागत में भारी गिरावट आई है, जिससे सौर ऊर्जा लागत-प्रतिस्पर्धी बन गई है। न्यूनतम रखरखाव और लंबी उम्र। | | सीमाएं | सौर PV उत्पादन धूप वाले मौसम पर निर्भर करता है और दिन भर उत्पादन भिन्न होता है। |

