राजस्थान लॉजिस्टिक्स पालिसी 2025
🧭 1. दृष्टिकोण और लक्ष्य
- राजस्थान को प्रमुख लॉजिस्टिक्स हब में बदलना।
- मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी, कुशल आपूर्ति श्रृंखलाएँ, और ग्रीन लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देना।
- लॉजिस्टिक्स लागत, कार्बन फुटप्रिंट को कम करना और क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाना।
📅 2. नीति समयसीमा
- प्रभावी तिथि: फरवरी 2025
- मान्य तिथि: 31 मार्च 2029 तक या जब तक नई/संशोधित नीति अधिसूचित नहीं होती।
📈 3. पृष्ठभूमि और राष्ट्रीय संदर्भ
- भारत का लॉजिस्टिक्स बाजार:
- 2024: USD 317 बिलियन → 2029: USD 484 बिलियन।
- लॉजिस्टिक्स लागत: 13% (2016) से घटकर ~8.4% GDP का (2021)।
- राष्ट्रीय पहलें:
- पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान (2021)
- राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति (2022)
- समग्र लॉजिस्टिक्स क्रियावली योजना (CLAP)
- LEEP (35 मल्टी-मोडल पार्क)
- भारतमाला, सागरमाला, जल मार्ग विकास परियोजना, राष्ट्रीय रेलवे योजना
🏢 4. प्रशासनिक संरचना
- नोडल विभाग: उद्योग और वाणिज्य विभाग, राजस्थान सरकार।
- क्रियान्वयन समितियाँ:
- राज्य स्तर लॉजिस्टिक्स समिति
- शहर लॉजिस्टिक्स समन्वय समिति
- परियोजना मूल्यांकन समिति (PEC)
- परियोजना अनुमोदन समिति (PAC)
- परियोजना प्रबंधन इकाई (PMU):
- नीति प्रचार, निवेशक इंटरएक्शन, DPR मूल्यांकन, और क्रियान्वयन ट्रैकिंग में सहायता करता है।
🌐 5. राजस्थान की रणनीतिक विशेषताएँ
- आकार: सबसे बड़ा राज्य (3.43 लाख वर्ग किमी)
- बाजार पहुंच: भारत की 40% जनसंख्या तक पहुँच
- कनेक्टिविटी:
- सड़कें: 3.01 लाख किमी (10,790 किमी NHs)
- रेल: 2nd सबसे बड़ा नेटवर्क (6,100 किमी)
- एयरपोर्ट्स: 7
- ICDs: 8 (जयपुर, जोधपुर, आदि)
- एयर कार्गो कॉम्प्लेक्सेस: 2 (जयपुर)
- आर्थिक आकार: ₹15.28 लाख करोड़ (2023–24); 7वां सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था
- प्रमुख क्षेत्र:
- बाजरा, सरसों, गुड़म, मसाले, ऊन
- सीसा, जस्ता, जिप्सम, तांबा, सीमेंट
- निर्माण: GSDP का 11%
🏗️ 6. नीति का दायरा और फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर
A. मुख्य फोकस क्षेत्र
- भंडारण सुविधाएँ: गोदाम, सिलोज, कोल्ड स्टोरेज
- ड्राई पोर्ट्स: ICDs, CFS, AFS
- कार्गो टर्मिनल्स
- ट्रकर्स पार्क्स
- लॉजिस्टिक्स पार्क्स: MMLPs और इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स पार्क्स
B. उद्देश्य
- इंफ्रास्ट्रक्चर मानचित्रण
- निजी निवेश आकर्षित करना
- रोजगार और कौशल विकास
- सिंगल-विंडो क्लीयरेंस के माध्यम से शासन
- प्रौद्योगिकी और पर्यावरणीय सततता
- शहरों में लॉजिस्टिक्स सुधार
💸 7. प्रोत्साहन और वित्तीय समर्थन
A. सामान्य प्रोत्साहन (RIPS 2024 के अनुसार)
1. छूट
- 100% बिजली शुल्क (7 वर्ष)
- 100% मंडी शुल्क (7 वर्ष)
- 75% स्टांप ड्यूटी छूट + 25% पुनर्भुगतान
- 75% भूमि रूपांतरण शुल्क छूट + 25% पुनर्भुगतान
2. पूंजी सब्सिडी
- EFCI का 25%, 10 वर्षों में वितरित:
- ₹15 करोड़ - भंडारण के लिए
- ₹50 करोड़ - ड्राई पोर्ट्स/कार्गो टर्मिनल्स के लिए
- ₹5 करोड़ - ट्रकर्स पार्क्स के लिए
3. ब्याज सब्सिडी
- 7% ब्याज 7 वर्षों तक, ₹50 लाख/वर्ष तक
4. कौशल और प्रशिक्षण
- ₹4,000/माह/कर्मचारी 6 महीने तक (50% लागत पुनर्भुगतान)
5. प्रौद्योगिकी उन्नयन
- 50% लागत:
- GPS ट्रैकिंग (₹2,000/ट्रक)
- LMS (₹2 लाख/यूनिट)
- अग्नि पहचान (₹10 लाख)
6. ग्रीन सॉल्यूशन प्रोत्साहन (एक बार ₹12.5 करोड़ तक)
- ETPs, STPs, ग्रीन बिल्डिंग्स, ZED प्रमाणन, वर्षा जल संचयन, CEMS, IoT स्मार्ट मीटर आदि
B. MMLPs और इंटीग्रेटेड पार्क्स के लिए विशेष प्रोत्साहन
- राजस्थान निजी औद्योगिक पार्क योजना 2025 के तहत लाभ
🌱 8. गैर-आर्थिक लाभ
- भूमि आरक्षण: RIICO को औद्योगिक क्षेत्रों में 10 एकड़ या 10% आरक्षित करना
- भूमि अधिग्रहण: PPP/लॉजिस्टिक्स पार्क्स के लिए भूमि संग्रहण/अधिग्रहण में सरकारी समर्थन
- श्रम कानूनों में लचीलापन:
- 24x7 संचालन
- सभी शिफ्ट्स में महिलाओं को अनुमति, सुरक्षा के साथ
- पार्ट-टाइम रोजगार की अनुमति
- आग सुरक्षा, ग्राउंड कवरेज लचीलापन (60% तक)
- लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को उद्योग का दर्जा
🧾 9. पात्रता मानदंड
- कानूनी संस्थाएँ: प्रोपाइटरशिप, LLPs, कंपनियाँ, सोसाइटीज, AIFs, FIFs
- EFCI (पात्र निश्चित पूंजी निवेश) में शामिल:
- भूमि, भवन, संयंत्र और मशीनरी
- कैप्टिव नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र
- रेलवे साइडिंग
🛠️ 10. परियोजना अनुमोदन और क्रियान्वयन
- आवेदन राजनिवेश पोर्टल के माध्यम से
- PEC द्वारा DPR मूल्यांकन
- PAC द्वारा अंतिम अनुमोदन
- परियोजना लागत, प्रोत्साहन राशि, और समयसीमा के साथ अनुमोदन पत्र (LoA) जारी
- 10 समान किस्तों में सब्सिडी वितरित
- अनुपालन की कड़ी निगरानी और डिजिटल रिकॉर्ड बनाए रखना
🔁 11. स्थानांतरण, विस्तार और अपीलें
- PAC अनुमोदन के साथ लाभ स्थानांतरित किए जा सकते हैं
- विस्तार/विविधीकरण के लिए अनुपातिक लाभ पात्र
- PAC निर्णयों के खिलाफ अपील राज्य सशक्त समिति से की जा सकती है (90 दिनों के भीतर)
📢 12. PMU समर्थन
- निवेशक आउटरीच, आयोजन, दस्तावेज़ीकरण सहायता
- परियोजना निगरानी, DPR मूल्यांकन

