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राजस्थान सरकार ने ब्रिटिश कालीन स्थलों के नाम बदले

राजस्थान सरकार ने ब्रिटिश कालीन स्थलों के नाम बदले
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राजस्थान सरकार ने ब्रिटिश कालीन स्थलों के नाम बदले

| सारांश/स्थिर | विवरण | | --- | --- | | खबरों में क्यों? | राजस्थान सरकार ने ब्रिटिश काल के दो ऐतिहासिक स्थलों का नाम बदलकर भारतीय विरासत को सम्मानित किया है। | | फॉय सागर झील | - मूल रूप से ब्रिटिश इंजीनियर मिस्टर फॉय के नाम पर रखा गया था।<br>- 1892 में अकाल राहत परियोजना के रूप में बनाई गई थी।<br>- अब इसका नाम भगवान वरुण, जल के हिंदू देवता, के नाम पर वरुण सागर रखा गया है।<br>- भगवान वरुण की मूर्ति और पूजा के लिए घाट बनाए जाएंगे।<br>- सिंधी समुदाय द्वारा पूजा जाता है। | | किंग एडवर्ड मेमोरियल भवन | - मूल रूप से किंग एडवर्ड सप्तम के नाम पर रखा गया था।<br>- अजमेर के रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित है।<br>- अब इसका नाम महर्षि दयानंद विश्राम गृह रखा गया है, जो आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम पर है।<br>- महर्षि दयानंद सरस्वती ने अजमेर में निर्वाण प्राप्त किया था। | | आधिकारिक प्रक्रिया और औचित्य | - अजमेर नगर निगम द्वारा नाम बदलने की प्रक्रिया पूरी की गई है।<br>- इसका उद्देश्य औपनिवेशिक अवशेषों को मिटाना और सांस्कृतिक गौरव को बहाल करना है।<br>- ये नाम ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की याद दिलाते थे। |

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