खलांगा रिजर्व फॉरेस्ट में 2000 साल के पेड़ बचे
| विषय | विवरण | |--------------------------|----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | खलंगा रिजर्व वन, देहरादून में 2,000 साल के पेड़ों को काटने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन। | | विरोध का कारण | राज्य सरकार ने सांग डैम परियोजना के तहत पेयजल संयंत्र बनाने की योजना बनाई, जिसके लिए 2,000 साल के पेड़ों को काटने की आवश्यकता थी। | | परिणाम | जनता के विरोध के कारण, सरकार ने पेयजल संयंत्र को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। | | परियोजना विवरण | सांग डैम परियोजना: ₹524 करोड़ की पेयजल परियोजना, ₹3,000 करोड़ के बड़े प्रयास का हिस्सा। इसमें 4.2 हेक्टेयर भूमि पर एक जलाशय और 150 MLD जल उपचार संयंत्र शामिल है। इसका उद्देश्य देहरादून के 60 वार्डों को पानी की आपूर्ति करना है। | | साल वृक्ष का महत्व| वैज्ञानिक नाम: शोरिया रोबस्टा। भारत, बांग्लादेश, नेपाल और हिमालयी क्षेत्रों की एक वास्तविक प्रजाति। यह 40 मीटर तक ऊँचा हो सकता है, जिसका तना 2 मीटर चौड़ा होता है। छत्तीसगढ़ और झारखंड का राज्य वृक्ष। |

