विवाद के बीच प्रबोवो सुबियांतो इंडोनेशिया के राष्ट्रपति-निर्वाचित घोषित
| घटना | विवरण | |----------------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------------| | राष्ट्रपति-चुने गए घोषित | प्रबोवो सुबियांतो को आधिकारिक रूप से इंडोनेशिया के राष्ट्रपति-चुने गए के रूप में घोषित किया गया। | | मत हिस्सेदारी | उन्हें 58.6% मत प्राप्त हुए (96 मिलियन से अधिक मतपत्र), जो उनके प्रतिद्वंद्वियों से दोगुने से अधिक हैं। | | कानूनी चुनौतियाँ | हारने वाले उम्मीदवार अनिएस बस्वेदान और गंजर प्रणवो ने धोखाधड़ी और भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया। | | संवैधानिक न्यायालय का फैसला | 5-3 के फैसले ने चुनौतियों को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि व्यापक धोखाधड़ी के लिए कोई सबूत नहीं है। | | सुरक्षा व्यवस्था | घोषणा समारोह के दौरान 4,200 से अधिक पुलिस और सैनिक तैनात किए गए। | | एकता का आह्वान | सुबियांतो ने राजनीतिक नेताओं से कल्याण, गरीबी उन्मूलन और भ्रष्टाचार विरोध के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। | | विवादास्पद उम्मीदवारी | सुबियांतो के रनिंग मेट, गिब्रान रकाबुमिंग रका, जो निवर्तमान राष्ट्रपति जोको विडोडो के पुत्र हैं। | | सुबियांतो की पृष्ठभूमि | पूर्व कोपासस कमांडर, 1998 में उनके आदेश के तहत सैनिकों द्वारा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार करने के बाद पद से हटा दिए गए। | | पिछले चुनाव इतिहास | तीन राष्ट्रपति पद के प्रयास हारे, जिसमें 2019 में जोको विडोडो के खिलाफ हुई चुनौती भी शामिल है जो हिंसा की ओर ले गई। |

