पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में बायो-सीएनजी प्लांट और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया
| सारांश/स्थिर | विवरण | |---------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल टिपारा गौशाला और बायो-सीएनजी संयंत्र का वर्चुअल उद्घाटन | | अवसर | स्वच्छता दिवस (2 अक्टूबर) | | स्थान | ग्वालियर, मध्य प्रदेश | | कुल परियोजना लागत | 32 करोड़ रुपये (आईओसी के सीएसआर पहल द्वारा वित्तपोषित) | | सहयोगी | इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) और ग्वालियर नगर निगम (जीएमसी) | | बायो-सीएनजी संयंत्र की क्षमता| प्रतिदिन 3 टन प्राकृतिक गैस (100 टन गोबर का उपयोग करके) | | अतिरिक्त उत्पादन | प्रतिदिन 20 टन उच्च गुणवत्ता वाली जैविक खाद | | संयंत्र का संचालन | आईओसी संचालन और रखरखाव में सहायता प्रदान करेगी | | गौशाला की मुख्य विशेषता| भारत की पहली आधुनिक और आत्मनिर्भर गौशाला | | अन्य शुरू की गई परियोजनाएं| - 299.20 करोड़ रुपये की सीवरेज योजना (सागर) <br> - 61.17 करोड़ रुपये की जल आपूर्ति योजना (सिवनी-मालवा) <br> - 75.34 करोड़ रुपये की जल आपूर्ति योजना (छिंदवाड़ा) | | विस्तार | भविष्य के विस्तार के लिए एक हेक्टेयर भूमि आरक्षित | | सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) | पर्यावरण और सामाजिक कल्याण के लिए कॉर्पोरेट पहल; कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135 द्वारा शासित | | सीएसआर नियमों की लागूता| निम्नलिखित कंपनियों पर लागू: <br> - वार्षिक कारोबार ≥ 1,000 करोड़ रुपये <br> - नेट वर्थ ≥ 500 करोड़ रुपये <br> - नेट लाभ ≥ 5 करोड़ रुपये |

