प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया
| पहलू | विवरण | |---------------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | 32वां अंतर्राष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्री सम्मेलन (ICAE) | | तिथि | 3 अगस्त, 2024 | | स्थल | नेशनल एग्रीकल्चरल साइंस सेंटर (NASC) कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली | | थीम | टिकाऊ कृषि-खाद्य प्रणालियों की ओर परिवर्तन | | उद्देश्य | जलवायु परिवर्तन, संसाधनों का क्षरण और उत्पादन लागत में वृद्धि जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करना। शोध संस्थानों और विश्वविद्यालयों के बीच साझेदारी को मजबूत करना। भारत की कृषि प्रगति को प्रदर्शित करना। | | प्रतिभागी | 75 देशों के 1,000 प्रतिनिधि | | मुख्य वक्ता | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, प्रोफेसर रमेश चंद, प्रोफेसर मतीन क़ईम, डॉ हिमांशु पाठक | | मुख्य आकर्षण | - प्राचीन भारतीय कृषि पद्धतियों पर जोर<br>- भारत एक खाद्य अधिशेष देश के रूप में<br>- टिकाऊ और जलवायु-अनुकूल खेती पर ध्यान<br>- मिलेट्स को सुपरफूड के रूप में प्रचारित करना<br>- कृषि में डिजिटल तकनीक का उपयोग | | भारत की कृषि स्थिति | दूध, दालों और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक; खाद्यान्न, फल, सब्जियों, कपास, चीनी, चाय और कृषि जल में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक | | डिजिटल पहल | पीएम किसान सम्मान निधि, डिजिटल फसल सर्वे, भूमि का डिजिटलीकरण और कृषि में ड्रोन का प्रचार | | विशेष नोट्स | - कृषि पराशर, कृषि पर 2000 साल पुराना ग्रंथ<br>- भारत में 15 कृषि43ec28e5.s.- जलवायु क्षेत्र<br>- 100+ ICAR शोध संस्थान, 500+ कृषि कॉलेज, 700+ कृषि विज्ञान केंद्र |

