नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए नकद रहित उपचार और सुरक्षा उपायों की घोषणा की
| सारांश/स्थैतिक | विवरण | | --- | --- | | खबरों में क्यों? | हाईवे पर जान बचाने के लिए गडकरी ने कैशलेस उपचार योजना की घोषणा की | | कैशलेस उपचार योजना | दुर्घटना पीड़ितों के लिए सात दिनों तक ₹1.5 लाख तक का कैशलेस उपचार। | | वर्तमान पायलट राज्य | असम, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तराखंड, पुडुचेरी, हरियाणा। | | योजना विस्तार समयसीमा | मार्च 2025 तक सभी राज्यों में लागू किया जाएगा। | | योजना के लाभार्थी | अब तक पायलट योजना से 6,840 लोगों को लाभ हुआ है। | | उद्देश्य | गोल्डन आवर के दौरान उपचार सुनिश्चित करके 50,000 जान बचाना। | | तकनीकी सुरक्षा हस्तक्षेप | ऑडियो चेतावनी प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण, स्वचालित आपातकालीन ब्रेकिंग। | | ड्राइवरों की कमी | भारत में 22 लाख कुशल ड्राइवरों की कमी; 1,250 नए ड्राइविंग केंद्रों की योजना। | | सद्भावना सहायकों के लिए पुरस्कार | दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वालों के लिए ₹5,000 पुरस्कार में वृद्धि। | | एयर एंबुलेंस सुविधाएं | हाईवे पर हेलिपैड और अस्पतालों में एयर एंबुलेंस की व्यवस्था। | | उत्सर्जन मानदंड | BS7 उत्सर्जन मानदंड का मसौदा 2025 के अंत तक जारी किया जाएगा। | | ई-रिक्शा मानक | ई-रिक्शा की सुरक्षा और दीर्घायु सुनिश्चित करने के लिए नए मानक। | | मृत्यु दर आंकड़े | 2023 में 1.72 लाख मौतें; 2022 में ट्रकों के कारण 33,000 मौतें; अनधिकृत ड्राइवरों के कारण 30,000 मौतें। |

