राजस्थान के कुकस गांव में नया जल संचयन मॉडल लॉन्च
| पहलू | विवरण | |------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | स्थान | कुकास गांव, जयपुर, राजस्थान | | पहल के नेता | विप्रा गोयल, आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्र, नीति आयोग के पूर्व अधिकारी | | मुख्य पहल | वर्षा जल संचयन के लिए 50 जलवायु-अनुकूल फार्म तालाब | | वर्षा जल संरक्षण | 10 करोड़ लीटर वर्षा जल का संरक्षण करने का लक्ष्य | | परियोजना का दायरा | 25 अतिरिक्त तालाबों के साथ विस्तार की योजना, जिससे 50,000 ग्रामीणों को लाभ होगा | | स्थिरता पर ध्यान | वर्ष-भर जल आपूर्ति, फसल विविधीकरण (जैसे, मूंगफली, लोबिया) सक्षम करना | | भूजल पुनर्भरण | तालाबों को भूजल को रिचार्ज करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो नदी या नहर नेटवर्क के अभाव वाले क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है | | आजीविका में वृद्धि | पशुधन पालन, उच्च-मूल्य बागवानी, और डेयरी फार्मिंग की संभावना का समर्थन करता है | | जयपुर में भूजल तनाव | 99.4% कृषि योग्य भूमि भूजल पर निर्भर है; निकासी दर पुनर्भरण का 2.22 गुना है | | राजस्थान भूजल मुद्दा | 2023 में वार्षिक पुनर्भरण का 149% निकाला गया; जैसलमेर सबसे अधिक प्रभावित (3.56:1 निकासी) | | पुनर्भरण बनाम निकासी | वार्षिक पुनर्भरण: 12.58 अरब घन मीटर (BCM); निकासी: 17.05 BCM (2023) |

