राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस का महत्व
| पहलू | विवरण | |---------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम का नाम | राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस | | तिथि | ६ अप्रैल | | उद्देश्य | समाज में पुस्तकालयों और पुस्तकालयाध्यक्षों की भूमिका का जश्न मनाना | | ऐतिहासिक संदर्भ | - ७वीं शताब्दी ईसा पूर्व में असीरियन शासक अशूरबनिपाल द्वारा पहला संगठित पुस्तकालय स्थापित किया गया | | | - इसमें ३०,००० मिट्टी की तख्तियाँ विषयवार संग्रहित थीं | | | - महान सभ्यताओं द्वारा ज्ञान साझा करने के लिए पुस्तकालयों का निर्माण किया गया | | पुस्तकालयों का महत्व | - पुस्तकें, पत्रिकाएँ और संसाधनों तक पहुँच प्रदान करना | | | - सीखने और विचारों के आदान-प्रदान के लिए सामुदायिक स्थान के रूप में कार्य करना | | | - ऐसी जानकारी तक पहुँच सुनिश्चित करना जो अन्यत्र उपलब्ध नहीं है |

