मध्य प्रदेश के ताप विद्युत संयंत्रों को राष्ट्रीय पुरस्कार
| पहलू | विवरण | |--------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | घटना | तापीय ऊर्जा संयंत्रों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार | | तिथि | गोवा में आयोजित 14वें अंतर्राष्ट्रीय आवास सम्मेलन के दौरान | | थीम | फ्लाई ऐश उपयोग-2025 | | आयोजक | मिशन एनर्जी फाउंडेशन (गैर-लाभकारी संगठन) | | पुरस्कृत संयंत्र | श्री सिंगाजी तापीय ऊर्जा संयंत्र डोंगालिया, सतपुड़ा तापीय ऊर्जा संयंत्र सरनी, अमरकंटक तापीय ऊर्जा संयंत्र चचाई (MPPGCL, मध्य प्रदेश) | | श्रेणियाँ | - 500 MW से कम: सतपुड़ा और अमरकंटक तापीय ऊर्जा संयंत्र | | | - 500 MW से अधिक: श्री सिंगाजी तापीय ऊर्जा संयंत्र | | फ्लाई ऐश का उपयोग | श्री सिंगाजी तापीय ऊर्जा संयंत्र ने 100% से अधिक फ्लाई ऐश का स्थायी उपयोग किया | | फ्लाई ऐश के बारे में | - कोयला आधारित तापीय ऊर्जा संयंत्रों का उपोत्पाद | | | - इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रिसिपिटेटर्स (ESP) या बैग फिल्टर्स के माध्यम से एकत्र किया जाता है | | संरचना | सिलिकॉन डाइऑक्साइड (SiO2), एल्युमिनियम ऑक्साइड (Al2O3), फेरिक ऑक्साइड (Fe2O3), कैल्शियम ऑक्साइड (CaO) | | अनुप्रयोग | कंक्रीट, सीमेंट उत्पाद, सड़क आधार, धातु पुनर्प्राप्ति, खनिज फिलर में उपयोग किया जाता है |

