नासा का अंडरवाटर रोबोट: बर्फ पिघलने का अध्ययन
| पहलू | विवरण | |---------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | विकास | नासा के इंजीनियर पानी के भीतर रोबोट जांच विकसित कर रहे हैं। | | उद्देश्य | जलवायु परिवर्तन के कारण अंटार्कटिका में बर्फ की चट्टानों के पिघलने की दर मापना। | | एजेंसी | नासा की जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला। | | लक्ष्य | समुद्र के स्तर में वृद्धि की भविष्यवाणियों को सुधारने के लिए सटीक डेटा प्रदान करना। | | परिक्षण वातावरण | आर्कटिक जैसे कठोर वातावरण में प्रोटोटाइप का परीक्षण किया गया। | | डिज़ाइन | बेलनाकार रोबोट जिनमें प्रणोदन प्रणाली नहीं है। | | कार्यक्षमता | बर्फ की चट्टानों के नीचे बहकर और एंकर होकर पूरे वर्ष डेटा रिकॉर्ड करना। | | डेटा संचरण | डेटा उपग्रह के माध्यम से प्रसारित किया जाता है। | | ध्यान क्षेत्र | बर्फ और समुद्र के मिलन वाले दुर्गम ग्राउंडिंग ज़ोन। | | सॉफ्टवेयर | रोबोट के मार्गदर्शन के लिए विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है। |

