नासा ने आईएसएस को 2030 तक डीऑर्बिट करने के लिए स्पेसएक्स को $843 मिलियन का अनुबंध दिया
| पहलू | विवरण | |---------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | कॉन्ट्रैक्ट अवार्ड | नासा ने SpaceX को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को सुरक्षित रूप से विमुक्त करने के लिए एक अंतरिक्ष यान बनाने के लिए $843 मिलियन का कॉन्ट्रैक्ट दिया।| | उद्देश्य | आईएसएस को लगभग 2030 तक सुरक्षित रूप से विमुक्त करना। | | आईएसएस विवरण | - पहले भाग 1998 में लॉन्च किए गए। <br> - 2000 से अमेरिका, जापान, रूस, कनाडा और यूरोप के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा उपयोग में। <br> - 3,300 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए गए। <br> - वजन 430,000 किग्रा (950,000 पाउंड)। | | विमुक्ति प्रक्रिया | - आईएसएस पृथ्वी के वायुमंडल में 17,000 मील प्रति घंटे (27,500 किमी/घंटा) से अधिक गति से प्रवेश करेगा। <br> - अंतिम दुर्घटना स्थल महासागर में होगा। | | सहभागी एजेंसियाँ | पांच एजेंसियाँ: अमेरिका, जापान, रूस, कनाडा, और यूरोप। 2030 तक कॉन्ट्रैक्ट समाप्त होगा। रूस की प्रतिबद्धता 2028 में समाप्त होगी।| | अंतरिक्ष कचरे के जोखिम| 27 जून 2024 को, एक टूटे हुए रूसी उपग्रह के मलबे के कारण नौ आईएसएस अंतरिक्ष यात्रियों को बोइंग स्टारलाइनर में शरण लेनी पड़ी।| | भविष्य के अंतरिक्ष स्टेशन| एक्सियम स्पेस का एक्सियम स्टेशन और ब्लू ऑरिजिन/सिएरा स्पेस का ऑर्बिटल रीफ 2030 तक लॉन्च होने की योजना है।| | जिम्मेदारी | आईएसएस की सुरक्षित विमुक्ति की जिम्मेदारी पाँचों अंतरिक्ष एजेंसियों की है। | | पूर्ववर्ती | रूस का मीर अंतरिक्ष स्टेशन 2001 में विमुक्त किया गया था, जिसके मलबे प्रशांत महासागर में गिरे।|

