एनएबीएआरडी और आरबीआई इनोवेशन हब का कृषि ऋण में क्रांति के लिए सहयोग
| श्रेणी | विवरण | |----------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------| | साझेदारी | नाबार्ड (NABARD) ने कृषि ऋण डिजिटलीकरण के लिए आरबीआई इनोवेशन हब के साथ सहयोग किया है। | | उद्देश्य | भारत भर में किसानों के लिए ऋण प्रसंस्करण को सुव्यवस्थित करना और पहुंच को बढ़ाना। | | एकीकरण | ई-केसीसी (e-KCC) ऋण उत्पत्ति प्रणाली पोर्टल को सहज क्रेडिट प्रसंस्करण के लिए PTPFC के साथ एकीकृत किया गया है। | | लाभ | तेज़ ऋण स्वीकृति, सहकारी बैंकों और आरआरबी (RRBs) के लिए दक्षता में सुधार। | | मुख्य सेवाएं | डिजिटल भूमि रिकॉर्ड, सैटेलाइट डेटा, केवाईसी (KYC) सत्यापन, क्रेडिट इतिहास तक पहुंच। | | किसानों पर प्रभाव | ऋण प्रसंस्करण का समय हफ्तों से मिनटों में कम हुआ; 120 मिलियन किसानों को लाभ। | | पायलट कार्यान्वयन | कर्नाटक ग्रामीण बैंक और महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक। | | विस्तार लक्ष्य | राष्ट्रव्यापी 5 करोड़ केसीसी (KCC) ऋणों को कवर करने का लक्ष्य। | | नेतृत्व के बयान | - शाजी के वी, नाबार्ड के अध्यक्ष, ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन पर प्रकाश डालते हैं। | | | - राजेश बंसल, आरबीआई इनोवेशन हब के सीईओ, सहज वित्त के लिए नवाचार पर जोर देते हैं। |

