मूडीज़ ने भारत की FY25 आर्थिक विकास दर 7% करने का अनुमान लगाया
| पहलू | विवरण | | --- | --- | | चर्चा में क्यों? | Moodys ने FY25 के लिए भारत के आर्थिक विकास के पूर्वानुमान को घटाकर 7% कर दिया है, जो FY24 में 8.2% था। यह कदम वैश्विक और घरेलू आर्थिक मंदी के कारण उठाया गया है। | | संशोधित विकास पूर्वानुमान | Moodys ने FY25 के लिए भारत की GDP विकास दर को 7% पर संशोधित किया है, जो FY24 में 8.2% थी। यह प्रमुख क्षेत्रों और समग्र आर्थिक स्थितियों में मंदी को दर्शाता है। | | भारत की प्रति व्यक्ति GDP (PPP) | भारत की प्रति व्यक्ति GDP FY 2023 में 11% की वृद्धि के साथ $10,233 हो गई, जो जीवन स्तर में सुधार को दर्शाता है। | | अन्य आर्थिक संस्थाओं के साथ तुलना | - FICCI ने FY 2024-25 के लिए GDP विकास पूर्वानुमान को 7% से घटाकर 6.4% कर दिया है। | | | - ADB ने FY 2024 के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को 6.5% पर संशोधित किया है, जो धीमे औद्योगिक विकास और कमजोर सरकारी खर्च के कारण है। | | FY25 की द्वितीय तिमाही प्रदर्शन | - द्वितीय तिमाही में GDP विकास दर 5.4% तक धीमी हो गई। | | | - औद्योगिक उत्पादन में सालाना केवल 3.6% की वृद्धि हुई, जबकि कृषि और सेवा क्षेत्रों में क्रमश: 3.5% और 7.1% की वृद्धि दर्ज की गई। | | भूराजनीतिक और मौसम संबंधी चुनौतियाँ | - भूराजनीतिक अनिश्चितताएँ और वैश्विक व्यापार में व्यवधान निर्यात और व्यापक अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं। | | | - प्रतिकूल मौसम की स्थिति, जिसमें असमय बारिश और सूखा शामिल है, कृषि उत्पादकता को प्रभावित कर रही है। |

