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मार्क कार्नी चौथी बार बने कनाडाई प्रधानमंत्री

मार्क कार्नी चौथी बार बने कनाडाई प्रधानमंत्री
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मार्क कार्नी चौथी बार बने कनाडाई प्रधानमंत्री

| श्रेणी | मुख्य विवरण | |-------------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | चुनाव परिणाम | प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने लिबरल पार्टी के लिए ऐतिहासिक चौथा कार्यकाल जीता, लेकिन संभवतः अल्पमत सरकार के रूप में। | | सीट आवश्यकता | बहुमत सरकार के लिए 172 सीटें आवश्यक; लिबरल पार्टी कम पड़ सकती है, संभवतः समर्थन के लिए ब्लॉक क्वेबेकॉइस पर निर्भर रहना पड़ सकता है। | | एनडीपी का प्रदर्शन | न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) सीटें हार गई, जिससे पिछले लिबरल-एनडीपी गठबंधनों की तुलना में इसका प्रभाव कम हो गया। | | वोटर मतदान | रिकॉर्ड 73 लाख शुरुआती मतदाताओं ने मतदान किया, जिसका आंशिक कारण राष्ट्रपति ट्रम्प के तहत अमेरिकी राजनीति से असंतोष है। | | विदेश नीति | शायद ही कभी चुनावों में केंद्रीय भूमिका रही हो, लेकिन ट्रम्प के तहत अमेरिका-कनाडा संबंध (टैरिफ, व्यापारिक खतरे) एक अहम मुद्दा बन गए। | | आर्थिक संबंध | 75% से अधिक कनाडाई निर्यात अमेरिका को जाता है; ट्रम्प की ऑटोमोबाइल निर्माताओं को स्थानांतरित करने की धमकी कनाडा की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने का जोखिम पैदा करती है। | | घरेलू संकट | जीवन यापन की लागत का संकट (आवास, मुद्रास्फीति) राष्ट्रीय चिंताओं पर हावी है। | | मार्क कार्नी की पृष्ठभूमि | फोर्ट स्मिथ में जन्म, एडमॉन्टन में परवरिश; हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड में अध्ययन किया (अर्थशास्त्र में पीएचडी)। | | वित्तीय करियर | गोल्डमैन सैक्स में 13 साल; बैंक ऑफ कनाडा के उप गवर्नर (2003); वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान गवर्नर (2008)। | | राजनीतिक पदार्पण | कोई पूर्व राजनीतिक अनुभव नहीं, लेकिन एक आर्थिक संकट प्रबंधक के रूप में विश्वास हासिल किया। | | चुनौतियाँ | 1. अमेरिका-कनाडा व्यापार तनाव<br>2. जीवन यापन की लागत का संकट<br>3. निर्यात अर्थव्यवस्था जोखिम<br>4. अल्पमत सरकार की गतिशीलता। |

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