मंदीप जांगरा ने जीता WBF सुपर फेदरवेट विश्व खिताब
| सारांश/स्थिर | विवरण | | --- | --- | | खबरों में क्यों? | भारतीय पेशेवर मुक्केबाज मंदीप जांगड़ा ने विश्व बॉक्सिंग फेडरेशन का सुपर फेदरवेट विश्व खिताब जीता | | स्थान | केमन आइलैंड्स | | विश्व बॉक्सिंग फेडरेशन | स्थापना - 1988 मुख्यालय - लक्ज़मबर्ग अध्यक्ष - हॉवर्ड गोल्डबर्ग | | जीत और प्रतिद्वंद्वी | ब्रिटिश मुक्केबाज कोनोर मैकइंटोश को हराकर खिताब जीता | | मुकाबले में प्रदर्शन | अधिकांश राउंड्स पर हावी रहे, शक्तिशाली मुक्केबाजी की, 10 राउंड्स तक सहनशक्ति बनाए रखी; मैकइंटोश जांगड़ा को पीछे नहीं कर पाए | | प्रशिक्षण और करियर पृष्ठभूमि | ओलंपिक रजत पदक विजेता रॉय जोन्स जूनियर के तहत प्रशिक्षण लेते हैं; 2021 में पेशेवर करियर की शुरुआत की | | जीत का महत्व | जांगड़ा ने इसे अपने करियर की सबसे बड़ी जीतों में से एक बताया, जो भारत के लिए गौरव लेकर आई है | | भारतीय बॉक्सिंग पर प्रभाव | उम्मीद है कि यह जीत अधिक भारतीय मुक्केबाजों को पेशेवर करियर अपनाने के लिए प्रेरित करेगी; मानते हैं कि भारतीय मुक्केबाज विश्व चैंपियनशिप का दर्जा हासिल कर सकते हैं | | रिकॉर्ड और उपलब्धियां | 12 पेशेवर मुकाबलों में से 11 जीते, जिनमें 7 नॉकआउट जीतें शामिल हैं; 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता (ग्लासगो) | | जांगड़ा का कथन | मुझे लगता है कि यह खिताब देश के अन्य मुक्केबाजों के लिए रास्ता खोलेगा और वे भी पेशेवर बॉक्सिंग में करियर बनाने का फैसला करेंगे। |

