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पंचगंगा नदी प्रदूषण जांच हेतु महाराष्ट्र सरकार ने पैनल नियुक्त किया

पंचगंगा नदी प्रदूषण जांच हेतु महाराष्ट्र सरकार ने पैनल नियुक्त किया
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पंचगंगा नदी प्रदूषण जांच हेतु महाराष्ट्र सरकार ने पैनल नियुक्त किया

| पहलू | विवरण | |-----------------------------------|--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | महाराष्ट्र सरकार ने पंचगंगा नदी में प्रदूषण की जांच के लिए एक पैनल नियुक्त किया। | | पैनल का नेतृत्व | कोल्हापुर सिंचाई विभाग के कार्यपालक इंजीनियर। | | राज्य की प्रतिक्रिया | राज्य पर्यावरण मंत्री ने पंचगंगा और वार्ना नदियों में प्रदूषण और मछलियों की मौत के कारणों पर एक लिखित प्रतिक्रिया प्रदान की। | | वार्ना नदी में प्रदूषण | भडोले और चिकुर्डे में मृत मछलियां पाई गईं; वार्ना सहकारी शुगर मिल से अनुपचारित प्रवाहित जल (effluent) को इसका कारण पाया गया। | | की गई कार्रवाई | दिसंबर 2024 में जांच की गई; शुगर फैक्टरी पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया गया। | | पैनल का उद्देश्य | प्रदूषण के स्रोतों की जांच करना और सुधारात्मक उपायों की सिफारिश करना। | | पंचगंगा नदी | कृष्णा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी; इसका उद्गम प्रयाग संगम, चिखली तालुका, कोल्हापुर जिले से हुआ है; कसारी, कुंभी, तुलसी, भोगावती और सरस्वती नदियों के संगम से बनती है; कृष्णा नदी में मिलने से पहले यह 80 किमी तक बहती है। |

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