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सिंधुदुर्ग में सबसे ऊंची शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण

सिंधुदुर्ग में सबसे ऊंची शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण
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सिंधुदुर्ग में सबसे ऊंची शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण

| श्रेणी | विवरण | |-----------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण, राजकोट किला, सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र में। | | तिथि | 11 मई 2025 | | अनावरणकर्ता | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस | | प्रतिमा का विवरण | - ऊँचाई: 91 फीट (10 फुट के चबूतरे सहित), इसे भारत में शिवाजी महाराज की सबसे ऊँची प्रतिमा बनाती है। <br> - लागत: ₹31.75 करोड़।<br> - सामग्री: स्टेनलेस स्टील फ्रेमवर्क, एम50 ग्रेड कंक्रीट, स्टेनलेस स्टील बार।<br> - डिज़ाइन और सुरक्षा: आईआईटी मुंबई द्वारा सत्यापित।<br> - मूर्तिकार: राम सुतार की कंपनी। | | उद्देश्य | भावी पीढ़ियों को प्रेरित करना और सिंधुदुर्ग क्षेत्र में पर्यटन और विकास को बढ़ावा देना। | | शिवाजी महाराज के बारे में | - जन्म: 19 फरवरी 1630, शिवनेरी किले, पुणे में।<br> - उपाधि: छत्रपति, मराठा साम्राज्य के संस्थापक।<br> - प्रमुख युद्ध: प्रतापगढ़, पवन खिंड, सूरत, पुरंदर, सिंहगढ़, संगमनेर का युद्ध।<br> - प्रशासन: अष्टप्रधान की शुरुआत, जागीरदारी प्रणाली को समाप्त किया, रैयतवारी प्रणाली को लागू किया, एक मजबूत नौसेना बल का निर्माण किया।<br> - विरासत: छापामार युद्ध तकनीकों और मुगल साम्राज्य के खिलाफ प्रतिरोध के लिए जाने जाते हैं। | | राजकोट किला | - निर्माण: 1664-1667 में शिवाजी महाराज द्वारा मालवन, महाराष्ट्र में।<br> - उद्देश्य: तटीय रक्षा रणनीति का हिस्सा, व्यापार मार्गों की रक्षा करना।<br> - ऐतिहासिक महत्व: सिंधुदुर्ग किला परिसर में एकीकृत; 1766 में ब्रिटिश संधि के परिणामस्वरूप जहाज निर्माण यार्ड की स्थापना हुई। |

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