मध्य प्रदेश ने जल गंगा संवर्धन अभियान से घोडा पछाड़ नदी को पुनर्जीवित किया
| पहलू (Aspect) | विवरण (Details) | |---------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना (Event) | जल गंगा संवर्धन अभियान मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 30 मार्च 2025 को शुरू किया गया। | | मुख्य उपलब्धि (Key Achievement) | खंडवा जिले में नर्मदा की सहायक नदी घोड़ा पछाड़ नदी का सफल पुनरुद्धार। | | जल संचयन दृष्टिकोण (Water Harvesting Approach) | 'रिज टू वैली' मॉडल को 33 किलोमीटर के दायरे में जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण के लिए अपनाया गया, जिसमें रिज स्तर पर पानी के संरक्षण और सतह अपवाह को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। | | नदी प्रदूषण नियंत्रण (River Pollution Control) | मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रमुख नदियों का सर्वेक्षण किया, प्रतिदिन 450 मिलियन लीटर घरेलू अपशिष्ट जल के निर्वहन की पहचान की, और 869 मिलियन लीटर प्रति दिन की क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एसटीपी) स्थापित कर रहा है। | | आर्द्रभूमि संरक्षण (Wetland Conservation) | मध्य प्रदेश ने अपने रामसर स्थलों को 2002 में एक से बढ़ाकर 2025 तक पाँच कर दिया: सांख्य सागर, सिरपुर वेटलैंड, यशवंत सागर, तावा जलाशय और भोज वेटलैंड। इंदौर भारत का पहला वेटलैंड सिटी बन गया। | | पारंपरिक जल संरचनाएं (Traditional Water Structures) | इंदौर में 330 से अधिक पारंपरिक कुओं और बावड़ियों को संरक्षित किया गया, जिससे क्षेत्र की ऐतिहासिक जल संस्कृति को पुनर्जीवित किया गया। | | नर्मदा नदी का अवलोकन (Narmada River Overview) | मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से पश्चिम की ओर बहती है, जो 98,796 वर्ग किमी के बेसिन क्षेत्र और 1,300 किमी के मार्ग को कवर करती है, जिसे 41 सहायक नदियों द्वारा पोषित किया जाता है। मैकल रेंज से निकलती है। | | ऐतिहासिक महत्व (Historical Significance) | एक प्राचीन ग्रीक भूगोलवेत्ता द्वारा नामादे के रूप में संदर्भित, ऐतिहासिक रूप से अरब सागर और गंगा बेसिन को जोड़ने वाले एक प्रमुख मार्ग के रूप में महत्वपूर्ण है। इसमें धुआंधार जलप्रपात और नर्मदा कुंड शामिल हैं। | | जल संसाधन विकास (Water Resource Development) | जलविद्युत उत्पादन और सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण है। प्रमुख बांधों में सरदार सरोवर बांध, इंदिरा सागर बांध, ओंकारेश्वर बांध, बरगी बांध और महेश्वर बांध शामिल हैं। |

