मध्य प्रदेश में कृषि कल्याण मिशन शुरू
| पहलू | विवरण | |------------------------------------|------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | मिशन का नाम | कृषि कल्याण मिशन (केकेएम) | | राज्य | मध्य प्रदेश | | उद्देश्य | किसानों की आय में वृद्धि करना, कृषि को जलवायु-अनुकूल बनाना, टिकाऊ प्रथाओं को अपनाना, जैव विविधता और पारंपरिक कृषि ज्ञान का संरक्षण करना। | | अतिरिक्त लक्ष्य | पोषण और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना, किसानों को उचित मूल्य प्रदान करना, विभिन्न विभागीय योजनाओं को एकीकृत करना। | | मुख्य लक्ष्य | कृषि मशीनीकरण में 1.5 गुना वृद्धि, पूंजी निवेश में 75% वृद्धि, जैविक/प्राकृतिक खेती के तहत 10% क्षेत्र, 50% फसल बीमा कवरेज, 20% सूक्ष्म सिंचाई क्षेत्र, ऊर्जादाता योजना के तहत सौर ऊर्जा पंप, पशुधन उत्पादकता में 50% वृद्धि। | | प्रशासनिक ढांचा | मुख्यमंत्री सामान्य निकाय के अध्यक्ष के रूप में, मुख्य सचिव कार्यकारी समिति के प्रमुख, जिला मजिस्ट्रेट जिला स्तर पर अध्यक्ष। | | कृषि प्रगति | उत्पादकता 1,195 किग्रा/हेक्टेयर (2002-03) से बढ़कर 2,393 किग्रा/हेक्टेयर (2024) हो गई। फसल उत्पादन 224 लाख मीट्रिक टन (2002-03) से बढ़कर 723 लाख मीट्रिक टन (2024) हो गया। कृषि विकास दर 3% (2002-03) से बढ़कर 9.8% (2024) हो गई। कृषि बजट रु. 600 करोड़ (2002-03) से बढ़कर रु. 27,050 करोड़ (2024) हो गया। कृषि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में 39% का योगदान करती है। |

