मध्य प्रदेश क्रूज़ पर्यटन को बढ़ावा देगा
| पहलू | विवरण | |---------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | मध्य प्रदेश क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देगा | | मुख्य संगठन | मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI), गुजरात सरकार | | एमओयू हस्ताक्षरित | मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड, IWAI और गुजरात सरकार के बीच हस्ताक्षरित | | अवसंरचना | कोलकाता से कुक्षी, मध्य प्रदेश को दो फ्लोटिंग जेटी (पॉन्टून) भेजी गईं | | प्रस्तावित क्रूज मार्ग| एकात्म धाम (स्टैच्यू ऑफ वननेस), ओंकारेश्वर, मध्य प्रदेश से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, केवड़िया, गुजरात| | विकास योजनाएं | मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्रूज पर्यटन के लिए अतिरिक्त अवसंरचना और सुविधाओं का विकास | | आर्थिक प्रभाव | स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने और स्थानीय लोगों को लाभ होने की उम्मीद | | पर्यटन फोकस | नर्मदा नदी के किनारे स्थानीय संस्कृति, परंपराओं, जीवनशैली और व्यंजनों का आनंद लेना | | नर्मदा नदी | 1,312 किमी लंबी, अमरकंटक शिखर, मैकल पर्वत से निकलती है और खंभात की खाड़ी में मिलती है | | भौगोलिक भूमिका | उत्तर और दक्षिण भारत के बीच पारंपरिक सीमा, विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमाला के बीच बहती है | | सहायक नदियां | दाईं ओर: हिरन, टेंडोरी, बरना, कोलार, मान, उरी, हतनी, ओरसांग; बाईं ओर: बर्नर, बंजार, शेर, शक्कर, दूधी, तवा, गंजल, छोटा तवा, कुंडी, गोई, करजन | | प्रमुख बांध | ओंकारेश्वर, महेश्वर |

