कश्मीर को विश्व शिल्प शहर का प्रतिष्ठित प्रमाणपत्र
| पहलू | विवरण | |--------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | कश्मीर शहर को वर्ल्ड क्राफ्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल द्वारा श्रीनगर में वर्ल्ड क्राफ्ट सिटी का प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। | | तिथि | निर्णय जून 2024 में घोषित किया गया; समारोह बाद में आयोजित किया गया। | | मुख्य उपस्थित लोग | जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, साद हनी अल-काद्दुमी (वर्ल्ड क्राफ्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष), और परिषद के अन्य प्रमुख व्यक्तित्व। | | महत्व | कश्मीर यह सम्मान प्राप्त करने वाला चौथा भारतीय शहर बन गया है, जो जयपुर (2015), मामलापुरम (2015) और मैसूर (2018) के साथ जुड़ गया है। | | कश्मीर की शिल्प विरासत| इसमें कारपेट बुनाई, कानी-शाल, पेपर माची, खतमबंद, लकड़ी की नक्काशी, कंडीकारी कॉपरवेयर और टिल्ला वर्क शामिल हैं। | | पूर्व मान्यता | 2021 में यूनेस्को क्रिएटिव सिटी के रूप में शिल्प और लोक कला श्रेणी में मान्यता प्राप्त। | | मान्यता का प्रभाव | इससे वैश्विक पहचान बढ़ने, निर्यात के अवसरों में वृद्धि, पर्यटन को बढ़ावा, कारीगरों की आय में वृद्धि और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की उम्मीद है। | | निर्यात में वृद्धि | कश्मीर से हस्तशिल्प निर्यात पिछले पांच वर्षों में 1,000 से 2,000 करोड़ रुपये तक बढ़ गया। | | वर्ल्ड क्राफ्ट्स काउंसिल | इसकी स्थापना 1964 में न्यूयॉर्क, यूएसए में एलीन ओस्बोर्न वेंडरबिल्ट वेब, मार्गरेट मर्विन पैच और कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने की थी। |

