कपिल परमार ने जीता भारत का पहला पैरालंपिक जूडो पदक
| श्रेणी | विवरण | |---------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | एथलीट | कपिल परमार | | इवेंट | पैरालंपिक गेम्स | | उपलब्धि | पैरालंपिक गेम्स में जूडो में भारत का पहला पदक | | पदक | कांस्य | | श्रेणी | पुरुष 60 किलो (J1) | | स्थान | चैम्प्स-डे-मार्ट एरीना | | कांस्य पदक मुकाबला | ब्राज़ील के एलियल्टन डी ओलिवेरा को 10-0 के स्कोर से हराया | | सेमीफाइनल | ईरान के एस. बनिताबा खोर्राम अबादी से 0-10 के स्कोर से हारे | | क्वार्टरफाइनल | वेनेजुएला के मार्को डेनिस ब्लैंको को 10-0 के स्कोर से हराया | | J1 वर्गीकरण | उन एथलीटों के लिए जिनकी दृष्टि बहुत कम या ना के बराबर है। एथलीट मार्गदर्शन की आवश्यकता को दर्शाने के लिए लाल वृत्त पहनते हैं। | | पिछली उपलब्धियां | 2022 एशियाई खेलों में उसी वजन श्रेणी में रजत पदक | | पीले कार्ड | गुरुवार को अपने दो मुकाबलों में प्रत्येक में एक पीला कार्ड मिला (जैसे निष्क्रियता, प्रतिद्वंद्वी को रोकने की तकनीक, या संभावित चोट का कारण बनने के लिए)। | | महत्व | भारत के लिए पैरालंपिक खेलों में ऐतिहासिक उपलब्धि, नई मिसाल कायम की है और भविष्य में नेत्रहीन एथलीटों को जूडो अपनाने के लिए प्रेरित कर सकता है, जिससे पैरा जूडो कार्यक्रमों को बढ़ावा मिलेगा। |

