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महाकुंभ 2025 का सांस्कृतिक केंद्र: कलाग्राम

महाकुंभ 2025 का सांस्कृतिक केंद्र: कलाग्राम
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महाकुंभ 2025 का सांस्कृतिक केंद्र: कलाग्राम

| सारांश/स्थिर | विवरण | | --- | --- | | खबरों में क्यों? | कलाग्राम: महाकुंभ 2025 का सांस्कृतिक केंद्र | | स्थान और आकार | प्रयागराज के नागवासुकी क्षेत्र में 10 एकड़ का स्थान। | | उद्घाटन | 12 जनवरी, 2025 को केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा। | | प्रवेश द्वार | 35 फीट चौड़ा, 54 फीट ऊँचा, जिसमें 12 ज्योतिर्लिंग और भगवान शिव की हलाहल कथा चित्रित है। | | संस्कृति आंगन | 7 थीमैटिक क्षेत्र जो क्षेत्रीय शिल्पों को प्रदर्शित करते हैं, जैसे बंगाल की पटचित्र, असम का बांस शिल्प, तमिलनाडु की तंजावुर पेंटिंग्स। | | शिल्पकार प्रदर्शनी | भारत के 230 मास्टर शिल्पकार पारंपरिक शिल्प का प्रदर्शन कर रहे हैं। | | सांस्कृतिक प्रदर्शन | 15,000 कलाकार प्रतिदिन शास्त्रीय संगीत, लोक नृत्य, कथक, भांगड़ा आदि का प्रदर्शन करते हैं। | | अनुभूति मंडपम (इमर्सिव जोन) | गंगा के दिव्य अवतरण का 360-डिग्री अनुभव, जो इसके दिव्य महत्व को दर्शाता है। | | अविरल शाश्वत कुंभ जोन | महाकुंभ के इतिहास की प्रदर्शनी, जिसमें कलाकृतियाँ, डिजिटल प्रदर्शनी और भारतीय संस्थानों के प्रमुख अंतर्दृष्टि शामिल हैं। | | सात्विक स्वाद | भारत की सात्विक पाक विविधता को प्रदर्शित करते हुए 28 प्रकार के व्यंजन। | | सहभागिता गतिविधियाँ | फोटोग्राफी प्रतियोगिताएँ, वृत्तचित्र और सांस्कृतिक गतिविधियाँ जो ललित कला अकादमी और IGNCA द्वारा आयोजित की जाती हैं। | | खगोलीय रात्रि | विशेष तारागंगा सत्र जो आगंतुकों को ब्रह्मांड से जोड़ते हैं। |

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