चीन, ईरान और रूस का 'सुरक्षा बेल्ट-2024' नौसेना अभ्यास
| पहलू | विवरण | |---------------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | अभ्यास का नाम | सुरक्षा कमर-2024 | | भाग लेने वाले देश | चीन, ईरान, रूस | | स्थान | ओमान की खाड़ी | | अवधि | सोमवार से शुक्रवार तक | | थीम | संयुक्त रूप से शांति और सुरक्षा का निर्माण | | चरण | बंदरगाह चरण, समुद्री चरण, सारांश चरण | | प्रशिक्षण का फोकस | समुद्री डकैती रोकथाम, खोज और बचाव अभियान | | चीन का योगदान | 3 युद्धपोतः गाइडेड मिसाइल विध्वंसक उरुमकी, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट लिनयी, संपूर्ण पूर्ति पोत डोंगपिंगहू | | ईरान का योगदान | 10 से अधिक जहाजः फ्रिगेट्स अल्बोर्ज और जमरान शामिल | | रूस का योगदान | गाइडेड मिसाइल क्रूजर वैराग, बड़ा पनडुब्बी रोधी युद्धपोत मार्शल शापोशनिकोव | | उद्देश्य | - नौसेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाना<br> - समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना<br> - साझा भविष्य के साथ एक समुद्री समुदाय का निर्माण करना<br> - पारंपरिक मित्रता और अंतरसंचालनीयता को बढ़ावा देना | | प्रेक्षक देश | अज़रबैजान, भारत, कजाकिस्तान, ओमान, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका | | असंघर्षात्मक दृष्टिकोण | किसी तीसरे देश या क्षेत्रीय तनाव को लक्षित नहीं करता है |

